चकराता, 22 नवंबर। उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल चकराता में स्थित खत शैली के 25 गांवों में विवाह, मेहंदी, चूड़ाकर्म, शाही बधाई जैसे समारोह में अंग्रेजी शराब-बीयर और फास्ट फूड पर पूर्ण रूप से प्रतिबंधित लगा दिया गया है। नियम का उल्लंघन करने पर संबंधित परिवार पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। साथ उनके कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा।
दोहा गांव में गुरुवार को सदर स्याणा राजेन्द्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में हुई ग्रामीणों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में खत शैली के सभी गांवों के सदस्य शामिल हुए। जिसमें सर्वसम्मति से कई निर्णय लिए गए। इनमें मुख्य रूप से निर्णय लिया गया कि खत शैली के प्रत्येक गांव में विवाह, मेहंदी, चूड़ाकर्म, शाही बधाई आदि समारोह में अंग्रेजी शराब पर पूर्ण से रूप से प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा फास्ट फूड जैसे चाऊमीन, मोमो, टिक्की आदि पर भी प्रतिबंध रहेगा।
मामा की ओर से बकरा और चावल दिया जाएगा
शादी में मामा की ओर से बकरा, आटा, चावल दिया जाएगा। विवाहित बेटी की ओर से दिया जाने वाला बकरा पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगा। रायणी भोज में भी मिठाई एवं फल दिए जा सकते हैं। ड्राई-फ्रूट्स एवं गिफ्ट पैकेट नहीं दिए जाएंगे। साथ ही उपहार स्वरूप चांदी का सिक्का देना भी नहीं दिया जाएगा। जो परिवार इन सभी नियमों का उल्लंघन करेंगे, उनके कार्यक्रम में खतवासी शामिल नहीं होंगे। साथ ही एक लाख रुपये का जुर्माना भी वसूला जाएगा।
महिलाएं पहनेंगी सिर्फ तीन गहने
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि समारोह में महिलाएं केवल तीन गहने ही पहनेंगी। इसमें नाक में फूली, कान में झुमकी या तूंगल, गले में कांडुडी या मंगलसूत्र शामिल है। यह प्रतिबंध रायणी भोज में भी लागू होगा। खत शैली के 25 गांवों में यह सभी निर्णय लागू होंगे। जिसमें मुख्यत: मागटी, नगऊ, क्यावा, हयो, दोउ, दोहा, छूटऊ, मटियावा, बजऊ, कैत्री, घिंगौऊ, कुनावा, बजऊ आदि शामिल हैं।
कंधाड़ और खारसी में भी हो चुकी पहल
अक्तूबर में चकराता के कंधाड़ गांव में भी फैसला हुआ था कि शादी जैसे कार्यक्रमों में महिलाएं तीन गहने ही पहनेंगी। इसके बाद 10 नवंबर को खारसी में भी यह फैसला लिया गया। गांव के स्याणा शूरवीर सिंह पंवार ने बताया था कि इस फैसले से आर्थिक रूप से कमजोर लोग भी खुद को उपेक्षित महसूस नहीं करेंगे। सोने के दाम आसमान छू रहे हैं। हर व्यक्ति गहने नहीं बना पाता है।
बैठक में सामूहिक रूप से ये फैसले लिए गए
● शराब-फास्ट फूड जैसे चाऊमीन, मोमो, टिक्की आदि पर प्रतिबंध
● शादी में मामा की ओर से बकरा, आटा, चावल दिया जाएगा।
● विवाहित बेटी की ओर से दिया बकरा देने की प्रथा पर पाबंदी
● रायणी भोज में भी मिठाई एवं फल दिए जा सकते हैं।
● चांदी का सिक्का, ड्राई-फ्रूट्स और महंगे गिफ्ट नहीं दिए जाएंगे

