गोवा 11 दिसंबर। गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में बड़ा एक्शन हुआ है. ‘बर्च बाय रोमियो लेन’ नाइट क्लब के मालिक और अग्निकांड के मुख्य आरोपी लूथरा ब्रदर्स को दबोच लिया गया है. थाइलैंड में छिपे लूथरा ब्रदर्स (सौरभ और गौरव) को गुरुवार की सुबह-सुबह हिरासत में लिया गया. ये दोनों भाई फुकेट में एक होटल में ठहरे थे. वहीं से उन्हें पकड़ा गया. अब उन्हें भारत लाने की तैयारी हो रही है. माना जा रहा है कि आज शाम तक वे दोनों आरोपी भारत की सरजमीं पर होंगे. गोवा नाइट क्लब फायर कांड में 25 लोगों की मौत हुई थी. यह घटना शनिवार रात की है. उसके बाद से ही ये दोनों भाई फरार थे. इधर, लूथरा ब्रदर्स के पासपोर्ट भी सस्पेंड कर दिए गए हैं. गोवा सरकार ने विदेश मंत्रालय से यह सिफारिश की थी.
गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में 25 लोगों की मौत हुई थी. यह घटना 6 दिसंबर को हुई थी. क्लब में आग लगने के कुछ ही घंटे बाद गौरव और सौरभ लूथरा दोनों भाइयों ने 7 दिसंबर को रात 1 बजकर 17 मिनट पर थाईलैंड के लिए फ्लाइट बुक की. और सुबह के 5.30 बजे फुकेट के लिए रवाना हो गए. तभी से एजेंसियां इन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही हैं.
इस घटना के बाद भारत सरकार के अनुरोध पर इंटरपोल ने इनके खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया था. जिसके बाद ही विदेश में गिरफ्तारी संभव हो पाई है. इसके अलावा विदेश मंत्रालय (MEA) ने दोनों भाइयों के पासपोर्ट भी सस्पेंड कर दिए हैं ताकि वे किसी दूसरे देश न जा सकें.
इससे पहले 10 दिसंबर की सुबह दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने क्लब के एक और मालिक अजय गुप्ता (Ajay Gupta) को दिल्ली के अस्पताल से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने अजय गुप्ता के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था. क्लब के एक और पार्टनर और ब्रिटिश नागरिक सुरिंदर कुमार खोसला के खिलाफ भी लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है. खोसला अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है.
गौरव और सौरभ लूथरा ने बुधवार, 10 दिसंबर को अग्रिम जमानत के लिए दिल्ली की रोहिणी कोर्ट में याचिका दाखिल की है. उनकी ओर से सीनियर एडवोकेट सिद्धार्थ लूथरा और एडवोकेट तनवीर अहमद मीर कोर्ट में पेश हुए. वकीलों ने कोर्ट में कहा कि लूथरा भाइयों पर हादसे की कोई अप्रत्यक्ष जिम्मेदारी नहीं डाली जा सकती, क्योंकि वह नाइटक्लब के मालिक नहीं हैं, बल्कि लाइसेंसधारी थे.
लूथरा ब्रदर्स के वकील ने कोर्ट से कहा कि उनके मुवक्किल को चार हफ्ते की अग्रिम जमानत दी जाए. याचिकाकर्ता यह वादा करते हैं कि वह सबूतों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं करेंगे. वह बस वापस आकर अपने कानूनी उपाय करना चाहते हैं. आरोपी बनाए गए भाइयों ने वकीलों के माध्यम से बताया कि वह मालिक नहीं हैं, बल्कि मालिक कोई और है. वह तो बिना मालिक की इजाजत के नाइटक्लब में मरम्मत भी नहीं करा सकते. दोनों भाइयों ने उनकी विच-हंटिंग यानी उन्हें जानबूझकर इस मामले में फंसाने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वह सिर्फ देश में वापस आने और कानूनी उपायों का इस्तेमाल करने के लिए अंतरिम सुरक्षा चाहते हैं.
दोनों भाइयों की अर्जी पर आज यानी गुरुवार, 11 दिसंबर को रोहिणी कोर्ट में सुनवाई होगी. इधर, पुलिस ने अब तक इस पूरे मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. यह सभी क्लब के मैनेजमेंट से जुड़े हैं. बुधवार को क्लब के तीसरे पार्टनर अजय गुप्ता को दिल्ली में हिरासत में लिया गया था. उन्हें साकेत कोर्ट में पेश किया गया, जहां पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड की मांग की. वहीं गोवा टूरिज्म डिपार्टमेंट ने रोमियो लेन गोवा (वागाटोर) के एक हिस्से को गिरा दिया, जो एक बीच शैक था और जिसे लूथरा भाइयों द्वारा चलाया जाता था.

