asd पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती पर खड़गे, राहुल और प्रियंका ने अर्पित की श्रद्धांजलि

पंडित जवाहरलाल नेहरू की 135वीं जयंती पर खड़गे, राहुल और प्रियंका ने अर्पित की श्रद्धांजलि

0

नई दिल्ली 14 नवंबर। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी तथा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को उनकी 135वीं जयंती पर आज नमन करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। खरगे ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा “भारत को शून्य से शिखर तक पहुँचाने वाले, आधुनिक भारत के शिल्पकार,भारत को वैज्ञानिक, आर्थिक, औद्योगिक व विभिन्न क्षेत्रों में विकासशील बनाने वाले, देश को निरंतर ‘विविधता में एकता’ का संदेश देने वाले, लोकतंत्र के निर्भीक प्रहरी तथा हमारे प्रेरणास्रोत, ‘हिन्द के जवाहर’ की 135वीं जयंती पर हम उनके देश के प्रति अभूतपूर्व योगदान को याद करते हैं।”

उन्होंने पंडित नेहरू की पुस्तक भारत एक खोज के एक अंश का उद्धरण देते हुए कहा “मैं भारतीय जीवन की विविधताओं और विभाजनों, वर्गों, जातियों, धर्मों, नस्लों, सांस्कृतिक विकास के विभिन्न स्तरों से भी पूरी तरह परिचित था। फिर भी मेरा मानना है कि एक ऐसा देश जिसकी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि लंबी हो, जीवन के प्रति समान दृष्टिकोण हो, वह एक ऐसी भावना विकसित करता है जो उसकी अपनी होती है और जो उसके सभी बच्चों पर छा जाती है, चाहे वे आपस में कितने भी भिन्न क्यों न हो, भारत की यही भावना थी जिसकी मैं तलाश कर रहा था, बेकार की जिज्ञासा से नहीं, बल्कि इसलिए कि मुझे लगा कि यह मुझे अपने देश और लोगों को समझने की कुंजी दे सकती है, विचार और कार्य के लिए कुछ मार्गदर्शन दे सकती है।”

गांधी ने कहा “आधुनिक भारत के जनक, संस्थानों के निर्माता, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू जी को उनकी जयंती पर सादर नमन। लोकतांत्रिक, प्रगतिशील, निडर, दूरदर्शी, समावेशी – ‘हिंद के जवाहर’ के यही मूल्य हमारे आदर्श और हिंदुस्तान के आधारस्तम्भ हैं और हमेशा रहेंगे।” वाड्रा ने कहा “दुनिया में जितनी भी बुराइयां हैं, डर उन सबकी बुनियाद है। दशकों के संघर्ष और असंख्य कुर्बानियों के बदले जब हमने आजादी हासिल की, तब भी ऐसे लोग थे जो भोली-भाली जनता को डराने और बहकाने की सियासत करते थे। पंडित जवाहरलाल नेहरू जी ने डटकर उनका मुकाबला किया और आम जनता से कहा – ‘डरो मत’। जनता में डर फैलाने वाले लोग जनता के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते। जनसेवक सीना तानकर सबसे आगे खड़े होते हैं ताकि लोग निडर होकर जी सकें। पंडित नेहरू जी ने जनता को हमेशा निडरता और नि:स्वार्थ सेवा की सीख दी तो दूसरी तरफ राष्ट्र निर्माण के हर पड़ाव पर जनता को सर्वोपरि रखा। आधुनिक भारत के निर्माता को सादर नमन।

Share.

Leave A Reply

sgmwin daftar slot gacor sgmwin sgmwin sgm234 sgm188 login sgm188 login sgm188 asia680 slot bet 200 asia680 asia680 sgm234 login sgm234 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin asia680 sgmwin sgmwin sgmwin asia680 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgm234 sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin sgmwin ASIA680 ASIA680