हैदराबाद 03 सितंबर। बीआरएस (भारत राष्ट्र समिति) नेता के. कविता ने बुधवार को पार्टी और एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया। इससे एक दिन पहले ही उन्हें बीआरएस से अनुशासनहीनता और पार्टी-विरोधी कामों के आरोप में निलंबित किया गया था।
कविता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने भाई और पार्टी नेता केटी राम राव (केटीआर) को चेतावनी दी कि वह चचेरे भाइयों हरीश राव और संतोष राव पर भरोसा न करें। उन्होंने कहा, इन्हीं दोनों की वजह से सीबीआई उनके पिता और पार्टी प्रमुख के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की जांच कर रही है। ऐसे नेता ही निजी फायदे के लिए परिवार को तोड़ रहे हैं।
दरअसल, कविता ने 1 सितंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी के सहयोगियों पर केसीआर की छवि को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया था। इसके बाद 2 सितंबर को केसीआर ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।
कविता 2014 से 2019 तक निजामाबाद से लोकसभा सांसद रह चुकी हैं। लंबे समय से पार्टी नेतृत्व को लेकर उनके भाई केटी रामा राव और चचेरे भाई टी हरीश राव के बीच विवाद की खबरें आ रही थीं।
बता दें कि पार्टी संस्थापक और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी कविता ने विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा देने की घोषणा की और संकेत दिया कि उनके पिता केसीआर पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का ‘दबाव’ था। अपने समर्थकों के साथ यहां संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 47 वर्षीय पूर्व सांसद ने हरीश राव पर मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी के साथ मौन सहमति रखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मैंने कभी किसी पद की आकांक्षा नहीं रखी। मैं (विधान परिषद) अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र भेज रही हूं… मैं केसीआर को बीआरएस की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा भेज रही हूं।
कविता ने कहा कि उनके भाई और बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के. टी. रामाराव को हरीश राव की कथित साजिशों से ‘सावधान’ रहना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि जब उनके खिलाफ ‘दुर्भावनापूर्ण अभियान’ चलाया गया, तो उनके भाई ने उनका साथ नहीं दिया। कविता ने आरोप लगाया कि कालेश्वरम सिंचाई परियोजना में कथित अनियमितताओं को लेकर केसीआर के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच उनके चचेरे भाइयों हरीश राव और संतोष राव के भ्रष्टाचार के कारण हुई थी।