लखनऊ 28 अक्टूबर। अरब सागर में उत्पन्न हुए पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी से उठे मोंथा तूफान का असर अब उत्तर प्रदेश में दिखने लगा है. सोमवार शाम से प्रदेश के कई जिलों में बारिश हो रही है. बारिश का सिलसिला मंगलवार को भी जारी है. लखनऊ में सोमवार को सुबह से ही बादल छाए रहे. दिन में 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलीं. बादल छाए रहने वह बूंदाबांदी होने से दिन में ठंडक में वृद्धि हुई.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मोंथा तूफान का असर उत्तर प्रदेश में 31 अक्टूबर तक बना रहेगा. इसकी वजह से 29 से लेकर 31 अक्टूबर तक पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ बारिश तो कुछ इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है.
मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के 50 से अधिक जिलों में मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को हल्की वर्षा के पूर्वानुमान हैं। अगले दो-तीन दिन अधिकतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हो सकती है।
उत्तर प्रदेश का बुलंदशहर सोमवार को सबसे ठंडा जिला रहा, जहां पर न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. सबसे अधिक तापमान सोनभद्र जिले में 30.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया.
मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मंगलवार को आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, महोबा, हमीरपुर, झांसी, जालौन, ललितपुर, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, कन्नौज, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, औरैया, सीतापुर, बाराबंकी, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सोनभद्र समेत 23 जिलों में गरज चमक के साथ बारिश हो सकती है.
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि अगले दो-तीन दिन कई जिलों में हल्की बरसात के आसार बन रहे है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि धूप नहीं निकलने से ठंड बढ़ जाएगी। बारिश की वजह से अधिकतम तापमान में गिरावट होगी, लेकिन ठंड के लिए अभी कुछ दिन और इंतजार करना होगा। मौसम के इस बदलाव को सर्दी की शुरुआत नहीं माना जा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के कई हिस्सों में बुधवार से चक्रवात तूफान मोंथा का असर दिखेगा।
खासकर, पूर्वी यूपी से इसकी शुरुआत होगी और लखनऊ व आसपास के जिलों में इसकी वजह से तापमान में कमी देखी जा सकती है। लखनऊ में अगले तीन दिनों तक धूप निकलने की संभावना कम है। यही हाल पूर्वी यूपी के कई इलाकों में रहेगा। हालांकि, इस दौरान पश्चिमी जिलों में मौसम साफ रहेगा।
मौसम विभाग का कहना है कि पूर्व-मध्य अरब सागर पर बने अवदाब से उत्तर-पूर्वी अरब सागर एवं दक्षिण गुजरात होते हुए पश्चिमी मध्य प्रदेश तक फैली द्रोणी (ट्रफ लाइन) के कारण मंगलवार को प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम एवं पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती तूफान मोंथा उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए और प्रबल होकर गंभीर चक्रवात का रूप ले सकता है।

