नई दिल्ली 17 अक्टूबर। दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) के भीमराव अंबेडकर कॉलेज में बुधवार को चौकाने वाला मामला सामने आया है. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) की संयुक्त सचिव दीपिका झा पर कॉलेज के शिक्षक को थप्पड़ मारने और अन्य शिक्षकों के साथ धक्का-मुक्की करने का आरोप लगा है. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, जिसके बाद कॉलेज और विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया.
डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (DTF) के अध्यक्ष राजीब रे ने कहा कि शिक्षक कॉलेज की अनुशासन समिति के संयोजक हैं. यह समिति हाल ही में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कुछ सदस्यों द्वारा छात्रों पर किए गए हमले की जांच कर रही थी. बुधवार को इसी मुद्दे को लेकर डूसू की संयुक्त सचिव दीपिका झा कॉलेज पहुंचीं, जहां कहासुनी बढ़ने पर उन्होंने प्रोफेसर को थप्पड़ मार दिया. घटना के बाद विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने इसकी निंदा की है. कार्यकारी परिषद के सदस्य राजपाल सिंह पवार, वित्त समिति के सदस्य जेएल गुप्ता, डूटा सचिव बीमालेंदु तीर्थंकर और शैक्षणिक परिषद सदस्य अनुमेहा मिश्रा ने कुलपति प्रो. योगेश सिंह को पत्र लिखकर इस घटना की जांच और दोषी छात्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने भी इस घटना की निंदा की है. एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने कहा, “यह हमला सिर्फ एक प्रोफेसर पर नहीं, बल्कि पूरे शिक्षण समुदाय की गरिमा पर है. एबीवीपी के छात्र नेताओं की यह गुंडागर्दी दिखाती है कि वे खुद को कानून से ऊपर समझते हैं.” एनएसयूआई ने दीपिका झा और डूसू अध्यक्ष आर्यन मान की गिरफ्तारी की मांग की है और कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय को शिक्षा का केंद्र बनाए रखना जरूरी है, न कि हिंसा का. एनएसयूआई शैक्षणिक समुदाय के साथ दृढ़ता से खड़ी है और एबीवीपी द्वारा देशभर के विश्वविद्यालय परिसरों में फैलाई जा रही हिंसा और डर की संस्कृति के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी.
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) संगठन ने कहा कि यह घटना विश्वविद्यालय की गरिमा पर हमला है. एबीवीपी से जुड़ी डूसू संयुक्त सचिव दीपिका झा ने डूसू अध्यक्ष आर्यन मान की मौजूदगी में एक शिक्षक पर हमला किया. यह छात्र राजनीति में हिंसा और डर के माहौल को बढ़ावा देता है. परिसर में एबीवीपी की आक्रामकता बढ़ती जा रही है और जो शिक्षक या छात्र स्वतंत्र सोच रखते हैं, उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए दीपिका झा ने कहा, “मैं कॉलेज विद्यार्थियों के बुलावे पर गई थी. उन्होंने बताया कि प्रो. ने छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया. वहां पुलिस की मौजूदगी में उन्होंने मुझे धमकी दी और अपशब्द कहे. इसी कारण आवेश में आकर मुझसे हाथ उठ गया.” उन्होंने कहा कि उन्हें अपने व्यवहार पर खेद है और वह शिक्षक समुदाय से माफी मांगती हैं.