मुजफ्फरपुर,16 दिसंबर। घर में अन्न के नाम पर मुट्ठीभर आटा। हाथ टूट जाने से मजदूरी मिलना भी मुहाल। ऊपर से भारी ब्याज पर मामूली कर्ज देने वाली माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के गुर्गों की प्रताड़ना। आठ माह पहले पत्नी को खो चुके पिता को मुसीबतों के पहाड़ ने तोड़ दिया।
मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड के नवलपुर मिश्रौलिया गांव में पिता अमरनाथ ने रविवार तड़के अपने पांच मासूम बच्चों के साथ फांसी लगा ली। अमरनाथ और तीन बेटियों ने फंदे पर ही दम तोड़ दिया। छह और चार साल के दो बेटे किसी तरह मौत को मात देकर बच गए।
घटना मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के रूपनपट्टी मथुरापुर पंचायत अंतर्गत नवलपुर मिश्रौलिया गांव की है। मृतकों की पहचान 40 वर्षीय अमरनाथ राम और उनकी तीन बेटियों- राधा कुमारी (11), राधिका (9) और शिवानी (7) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, अमरनाथ राम ने घर के अंदर पत्नी की साड़ी का फंदा बनाकर यह खौफनाक कदम उठाया। उन्होंने अपने पांचों बच्चों के गले में फंदा डाला। बेटा शिवम (जो रात में मोबाइल देख रहा था) और चंदन भी फांसी लगाने को मजबूर हुए।
अमरनाथ ने अपने पांच बच्चों के गले में पत्नी की साड़ी से फंदा डालकर ट्रंक पर चढ़ाया और घर की छत से लटका दिया। शिवम ने पुलिस को बताया कि पिता ने सभी बच्चों को ट्रंक पर चढ़कर कूदने के लिए कहा। तीनों बेटियां पिता के साथ झटके से कूद गईं। शिवम भी कूदा, लेकिन गले में तेज दर्द होने पर उसने फंदा खोलकर खुद को बाहर निकाला। उसने तुरंत छोटे भाई चंदन के गले से भी फंदा खोलकर उसे बचाया। इसके बाद शिवम ने शोर मचाया, जिसके बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों के अनुसार, अमरनाथ की पत्नी की मौत इसी साल जनवरी में हो गई थी जिसके बाद वह मानसिक रूप से परेशान था। बेटे शिवम ने भी बताया कि उसके पिता ने यह भयानक कदम मां की याद में उठाया। वहीं, ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि अमरनाथ राम कोई काम नहीं करते थे और परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी। उनका घर सरकारी राशन पर चलता था। प्राथमिक तौर पर आर्थिक तंगी और पारिवारिक कारणों को आत्महत्या की वजह माना जा रहा है।
ग्रामीणों के मुताबिक, सुबह-सुबह बच्चों के चीखने चिल्लाने की आवाज आई। जब उनके घर में जाकर देखा तो फंदे से लटकी हुई 4 लाशें दिखाई दीं जिसके बाद तुरंत सूचना स्थानीय सकरा थाना की पुलिस को दी गई।
घटना की सूचना मिलते ही सकरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने अमरनाथ के दोनों बेटों और अन्य ग्रामीणों से पूछताछ शुरू कर दी है। एसडीपीओ मनोज कुमार सिंह ने बताया, “प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। आत्महत्या के कारणों का सही पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और विस्तृत जांच के बाद ही चल पाएगा।
अमरनाथ की पत्नी दीपा की मौत भी आठ माह पहले संदिग्ध स्थिति में हुई थी। उसने कई निजी माइक्रो फाइनेंस कंपनी से कर्ज ले रखा था। उसके पुत्र शिवम का कहना है कि माई ने जहर खाया था। सोमवार को पुलिस को अमरनाथ के घर में दो निजी माइक्रो फाइनेंस कंपनी से लिए कर्ज के कुछ कागजात मिले।

