Date: 22/11/2024, Time:

डेढ़ करोड की रकम डूबने पर गेमिंग एप संचालक का अपहरण, 50 लाख रुपये की मांगी फिरौती

0

गाजियाबाद 07 सितंबर। गेमिंग एप चलाने वाले यू-ट्यूबर प्रवीन चौधरी को छह लोगों ने अगवा कर 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पुलिस ने इनमें से दो को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ में खुलासा हुआ कि छह में से एक गेमिंग एप पर 1.5 करोड़ रुपये हार गया था। इसके लिए वह प्रवीन चौधरी को जिम्मेदार मानकर खुन्नस में आ गया। इसी खुन्नस में उसने पूरी साजिश रची।

नोएडा के बिसरख निवासी प्रवीन ने पुलिस को बताया कि वह पांच सितंबर को पिता को अस्पताल से डिस्चार्ज कराने के लिए जा रहे थे। इसी दौरान बदमाशों ने अपनी कार से उनकी फॉर्चूनर कार में पीछे से टक्कर मारी। वह रुककर उतरे तो बदमाशों ने पिस्टल तानकर उन्हें अपनी कार में बैठा लिया। इसके बाद दो लोग उनकी कार ले गए। चार अन्य बदमाशों ने कार में उनकी पिटाई की। उन्हें धमकी देकर घर फोन कराया और 50 लाख फिरौती की मांग की। उनसे कहा कि अगर फिरौती की रकम नहीं मिली तो हत्या कर देंगे।

प्रवीन ने बताया कि उनके घर न पहुंचने पर परिवार के लोग बेचौन हो गए। बदमाशों ने उनका फोन स्विच आफ कर दिया था। उनके पिता ने उनकी स्मार्ट वाच की लोकेशन का पता लगाया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस स्मार्ट वाच की लोकेशन से आरोपियों तक पहुंच गए। बदमाश उन्हें मथुरा ले गए थे।

प्रवीन ने बताया आरोपियों ने उनकी चेन, एक लाख रुपये और मोबाइल भी छीन लिया। अगर पुलिस को आने में देरी हो जाती तो उनकी जान बचना मुश्किल था। आरोपी आपस में बात कर रहे थे कि फिरौती मिलने के बाद उनकी हत्या कर लाश को कहीं ठिकाने लगा देंगे।

मथुरा पुलिस के सहयोग से पीड़ित को कार समेत छुड़ा लिया गया। पुलिस ने उनकी कार से गौर सिटी निवासी मनीष कसाना को गिरफ्तार किया है। जबकि, एक मथुरा के फरह थानाक्षेत्र के गढ़ी बैरी निवासी सुरेंद्र उर्फ सौरभ को मथुरा पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ा है।

एसीपी कोतवाली रितेश त्रिपाठी के अनुसार, आरोपी मनीष ने पूछताछ में बताया कि प्रवीण यूट्यूबर हैं। उनके तीन लाख सब्सक्राइबर हैं। प्रवीण ने इंस्टाग्राम पर एक गेमिंग ऐप का प्रमोशन किया था। इसके बाद मनीष के कहने पर दिल्ली निवासी राहुल गुप्ता ने ऐप में रुपये लगाए थे, जिनमें से करीब डेढ़ करोड़ डूब गए। राहुल ने यह रकम वापस पाने के लिए प्रवीण के अपहरण की योजना बनाई। इसकी जिम्मेदारी मनीष को सौंपी थी। मनीष पीड़ित के घर के पास ही रहता है। मनीष ने मथुरा से 4 बदमाश बुलाए। इसमें सुरेंद्र, पुष्पेंद्र, हितेश चौधरी और मनोज शामिल थे। एक दिन पहले उन्हें स्थानीय होटल में ठहराया गया था। मनीष और सुरेंद्र के अलावा 4 अन्य बदमाश फरार हैं।

जॉब गई तो गेमिंग ऐप बनाया और यूट्यूबर बने
प्रवीण चौधरी कोरोनाकाल से पहले एक कंपनी में इंजीनियर थे। कोरोना काल में उनकी जॉब चली गई। इसके बाद उन्होंने गेमिंग ऐप बनाया और यूट्यूबर बन गए।

Share.

Leave A Reply