प्रयागराज 26 सितंबर। प्रयागराज में कथावाचक देवव्रत महाराज की स्कॉर्पियो फाफामऊ में दुर्घटना ग्रस्त हो गई इसमें उनके भाई शिवम गंभीर रूप से जख्मी हो गए जबकि पत्नी को भी चोट पहुंची। उधर दूसरी गाड़ी में सवार उनके 9 साल के बीमार बेटे की समय से अस्पताल न पहुंच पाने से मौत हो गयी।
आचार्य देवव्रत जी महाराज की कथा होलागढ़ इलाके में चल रही है। बृहस्पतिवार की देर रात कथावाचक के 9 वर्षीय बेटे की तबियत खराब हो गई। परिवार के लोग उसका उपचार कराने के लिए प्रयागराज आ रहे थे। यह हादसा प्रयागराज के फाफामऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत मलाक हरहर चौराहे पर हुआ। मलाका के पास कार डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में बेटे की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि आचार्य के भाई शिवम गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंच गई। आचार्य देवव्रत प्रतापगढ़ में हथिगवां थाना क्षेत्र के परसीपुर बटौआ के रहने वाले हैं।
बताया जा रहा है कि आगे चल रही गाड़ी में कथावाचक के पुत्र को लेकर परिवार के सदस्य मौजूद थे, जबकि पीछे आ रही दूसरी गाड़ी में देवव्रत जी महाराज के छोटे भाई शिवम शुक्ला और अन्य परिजन सवार थे। इसी दौरान मलाक हरहर चौराहे पर बने गोल सर्कल के पास पीछे चल रही गाड़ी का अचानक स्टीयरिंग व्हील जाम हो गया। गाड़ी अनियंत्रित होकर सीधे गोल सर्कल से जा टकराई, जिससे वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
दुर्घटना में सबसे अधिक चोटें कथावाचक के छोटे भाई शिवम शुक्ला को आई हैं, जिन्हें गंभीर स्थिति में तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकों के अनुसार उनके सिर में गहरी चोटें आई हैं और उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है।
वहीं, देवव्रत जी की पत्नी को भी चोटें आई हैं, लेकिन उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। हादसे के दौरान बच्चे की हालत अत्यंत नाजुक थी और उसे बचाया नहीं जा सका। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टर ने मृत्यु घोषित कर दिया।

