बिजनौर 04 सितंबर। मेरठ-पौड़ी हाईवे पर स्थित गंगा बैराज पुल पर 25 दिन बाद रोडवेज और निजी बसों का आवागमन शुरू हो गया। गंगा बैराज पुल की मरम्मत के दौरान नए बेयरिंग लगाए गए हैं। बुधवार को एनएचएआइ के अधिकारियों ने जांच के बाद बसों के संचालन की अनुमति दे दी। इससे यात्रियों को काफी राहत मिली है।
पुल 7 अगस्त से यातायात के लिए बंद था। गंगा बैराज पुल पर समस्या तब शुरू हुई जब 6 अगस्त की रात बाकरपुर और हमीदपुर के बीच मालन का तटबंध टूट गया। इससे एनएच-34 बैराज मार्ग पर कई फीट पानी भर गया। इसके बाद गंगा बैराज पुल के गेट नंबर 21-22 के बीच गैप बढ़ने से वाहनों के गुजरने पर पुल में कंपन होने लगी। सुरक्षा कारणों से पुल को पूरी तरह बंद कर दिया गया।
एनएचएआई की विशेषज्ञ टीम ने गंगा बैराज के गेट नंबर 20 और 21 के पेडिस्टल की मरम्मत की। साथ ही बेयरिंग सेट किए गए। 29 अगस्त को हल्के वाहनों के लिए पुल खोल दिया गया था। बुधवार को विशेषज्ञों ने भारी वाहनों का ट्रायल किया। कई घंटों तक बसों और भारी वाहनों को पुल से गुजारा गया। नए बेयरिंग और पेडिस्टल की मजबूती का परीक्षण किया गया।
ट्रायल सफल रहने के बाद आज से बसों का संचालन शुरू कर दिया गया है। अधिकारियों के अनुसार, यदि सब कुछ ठीक रहा तो 6 सितंबर से लोडेड वाहनों की आवाजाही भी शुरू कर दी जाएगी।दो दिन भारी वाहनों को गुजारने के बाद सब कुछ ठीक रहा तो छह सितंबर से पुल को लोडेड वाहनों के लिए भी पूरी तरह खोल दिया जाएगा।
वहीं एनएचआई के एसडीओ आशीष शर्मा ने बताया कि बैराज पुल पर भारी वाहनों का ट्रायल कराया गया। जिसके बाद पुल की जांच की गई। जांच में ट्रायल पूरी तहर कामयाब रहा। गुरूवार से भारी वाहनों के लिए पुल को खोल दिया जाएगा। दो दिन बाद लोडेड वाहनों के लिए भी पुल खोला जाएगा।