नई दिल्ली, 24 अक्टूबर। ऑनलाइन फूड डिलीवर कंपनी जोमैटो ने दिवाली से पहले ग्राहकों को झटका दिया है। त्योहारी सीजन को देखते हुए कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में 40 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी कर दी है। इससे ग्राहकों को इस प्लेटफॉर्म से खाना मंगवाना महंगा हो गया है। कंपनी का कहना है कि फीस में बढ़ोतरी इसलिए की गई है ताकि कंपनी को चालू रखा जा सके। कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस प्रति ऑर्डर 7 रुपये से बढ़ाकर 10 रुपये कर दी है। यह फीस खाना मंगवाने वाले शख्स से ली जाती है। ऐसे में जो भी कस्टमर जोमैटो से खाना मंगवाएगा, उसे अब ज्यादा पैसा देना होगा। इस बारे में कंपनी ने कहा है, यह शुल्क जोमैटो को चालू रखने के लिए हमारे बिलों का भुगतान करने में मदद करता है। त्योहारी सीजन के दौरान सेवाओं को बनाए रखने के लिए इसमें थोड़ी बढ़ोतरी की गई है।
कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस में एक साल में 400 फीसदी की बढ़ोतरी की है। अगस्त 2023 से कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस लेना शुरू किया था। उस समय कंपनी 2 रुपये लेती थी। धीरे-धीरे कंपनी इस शुल्क में बढ़ोतरी करती गई। अब कंपनी ने इसे बढ़ाकर 10 रुपये कर दिया है। जोमैटो की प्रतिद्वंदी कंपनी स्विगी भी प्लेटफॉर्म फीस लेती है। हालांकि प्लेटफॉर्म फीस की शुरुआत स्विगी ने ही की थी। अभी स्विगी प्रति ऑर्डर 7 रुपये प्लेटफॉर्म फीस ले रही है।
क्या है प्लेटफॉर्म फीस?
प्लेटफॉर्म फीस प्रत्येक ऑर्डर पर लगाया जाने वाला अतिरिक्त शुल्क है। यह माल और सेवा कर (जीएसटी), रेस्तरां शुल्क और डिलीवरी चार्ज से अलग होता है। जानकारों के अनुसार ये प्लेटफॉर्म रोजाना 20 से 25 लाख खाने के ऑर्डर डिलीवर करता। प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी करने पर कंपनियों के खाते में ज्यादा रकम जमा होती है।
फूड डिलीवरी ऐप कंपनी जोमैटो के नतीजे बेहतर रहे हैं. कंपनी ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 176 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है. जबकि पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 36 करोड़ रुपये रहा था. कंपनी का ऑपरेशनल रेवेन्यू 4799 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि में 2,848 करोड़ रुपये था. कंपनी लगातार अपने कारोबार का विस्तार कर रही है. जोमैटो ने हाल ही में मूवी टिकट बिजनेस में एंट्री ली है. कंपनी ने नया स्टार्टअप शुरू किया है. इस स्टार्टअप का नाम है कॉन्टिन्यू रखा गया है. ये बिजनेस हेल्थ और वेलनेस पर फोकस करने के लिए बनाया गया है.