जौनपुर 16 दिसंबर। जफराबाद थाना क्षेत्र के अहमदपुर छावनी गौरियाना गांव से दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. करीब एक सप्ताह पहले एक बेटे ने वृद्ध माता-पिता की सिलबट्टे से कूचकर हत्या कर दी और शव गोमती नदी में फेंक दिए. वृद्ध दंपती की बेटी के गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद पुलिस जांच में घटना का राजफाश हुआ तो हर कोई स्तब्ध है. पुलिस आरोपी बेटे को गिरफ्तार करने के बाद नदी में दंपती के शवों की तलाश में जुटी हुई है.
एसपी सिटी आयुष श्रीवास्तव ने बताया कि बीते 13 दिसंबर को वंदना नाम की महिला ने अपने पिता श्याम बहादुर (65) और बबीता देवी (63) की गुमशुदगी दर्ज कराई थी. वंदना के अनुसार उसके माता-पिता बीते 8 दिसंबर से लापता हैं और उनको खोजने निकला भाई अंबेश का भी पता नहीं चल रहा है. इस घटना के खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था. शुरुआती जांच में अंबेश की भूमिका पर शक हुआ तो कड़ाई से पूछताछ में उसने सब कबूल कर लिया.
पुलिस पूछताछ में अंबेश ने बताया कि वह काफी दिनों से कोलकाता में रहता है. उसने वहीं लव मैरिज कर ली है और पत्नी व दो बच्चे वहीं रहते हैं. तीन महीने पहले वह घर आया था. इस दौरान माता-पिता से संपत्ति और पैसों को लेकर विवाद हुआ. इससे माता-पिता नाराज रहने लगे थे. उसे शक था कि माता-पिता उसकी बहनों को प्रॉपर्टी में हिस्सा देना चाहते हैं. इसी के चलते उसने माता-पिता को रास्ते से हटाने की ठान ली और बीते आठ दिसंबर को विवाद के दौरान सिलबट्टे से कूंच कर दोनों की हत्या कर दी और शवों को बोरे में भर कर कार में लादकर गोमती नदी में फेंक दिया.
थानाध्यक्ष श्रीप्रकाश शुक्ल ने बताया कि श्याम बहादुर रेलवे में लोको पायलट थे और रिटायर होने के बाद पत्नी और बेटियों के साथ घर पर रहते थे. श्याम बहादुर के तीन बेटियां और इकलौता बेटा अंबेश कुमार हैं. अंबेश लव मैरिज करके कोलकाता में पत्नी और बच्चों के साथ रहता है. अंबेश को शक था माता-पिता जमीन जायदात में बहनों को हिस्सा दे देंगे. इसी कारण अंबेश ने माता-पिता की हत्या कर शव गोमती नदी में बेलाव घाट पुल से फेंक दिए थे. शवों की खोजबीन के लिए गोमती नदी में सर्च अभियान चलाया जा रहा है.

