प्रयागराज 10 दिसंबर। प्रयागराज में एंटी करप्शन टीम के अधिकारियों पर हमला हुआ है। टीम ने मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) के एक बाबू को 8 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा।
अधिकारी आरोपी बाबू को अपने साथ ले जाने लगे। तभी बाबू ने हंगामा कर दिया और शोर मचाने लगा। शोर सुनकर आरोपी के कई साथी कर्मचारी भी वहां पहुंच गए। रिश्वतखोर बाबू को छुड़ाने के लिए हाथापाई करने लगे।
टीम ने विरोध किया तो कर्मचारियों ने उनकी लात-घूंसों से पिटाई कर दी। वहीं, जिसमें दो-तीन सिपाहियों को मामूली चोटें भी आईं। हालांकि कर्मचारियों के विरोध के बावजूद टीम आरोपी बाबू को पकड़ ले गई। अब पुलिस पीडीए में लगे CCTV को चेक करके टीम पर हमला करने वालों की पहचान करने में जुटी है।
थरवई थाना क्षेत्र के गहरी गांव कोरसंड निवासी प्राणेंद्र पांडेय ने एंटी करप्शन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि पीडीए के फाफामऊ स्थित शांतिपुरम में आवासीय योजना के तहत प्लॉट लेने के लिए आवेदन किया था। इसमें लॉटरी के माध्यम से 50 वर्गमीटर का प्लॉट आवंटित हो गया।
आरोप लगाया कि उक्त प्लॉट की रजिस्ट्री करने के एवज में पीडीए के कनिष्ठ सहायक अजय कुमार ने आठ हजार रुपये की रिश्वत मांगी। शिकायत पर एंटी करप्शन के ट्रैप प्रभारी राकेश बहादुर सिंह ने निरीक्षक चंद्रभान सिंह, कांस्टेबल विकास पांडेय, दीपक शुक्ला, सुनील यादव, मिथलेश यादव, दिनेश प्रसाद समेत अन्य के साथ मिलकर पीडीए कार्यालय में मंगलवार दोपहर ट्रैप लगाया। जैसे ही पीड़ित ने आरोपी को आठ हजार रुपये थमाए तो टीम ने उसे दबोच लिया। आरोपी को सिविल लाइंस थाने में लाकर एफआईआर दर्ज कराई गई।
एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी को पकड़ने के लिए पीडीए कार्यालय की सातवीं मंजिल पर ट्रैप लगाया था। जैसे ही आरोपी को पकड़कर टीम लिफ्ट के पास पहुंची तो टीम पर हमला कर मारपीट शुरू कर दी गई। इसमें एंटी करप्शन के दो से तीन सिपाही चोटिल हो गए। करीब आधे घंटे हंगामे के बाद टीम आरोपी को गाड़ी में बिठाकर अपने साथ ले गई।

