देहरादून 16 सितंबर। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के मशहूर सहस्त्रधारा में भारी बारिश के बाद देर रात में बादल फटने की घटना हुई है। हादसे के बाद कई दुकानें बह गई हैं। वहीं, देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर स्थित पुल का हिस्सा टूटकर बह गया। यह घटना फन वैली और उत्तराखंड डेंटल कॉलेज के पास हुई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।
हालांकि जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित इलाके में पहुंचा दिया है। इसके अलावा अब भी रेस्क्यू का काम चल रहा है। इस हादसे में कम से कम दो लोग लापता हैं। इसके अलावा, देहरादून के प्रसिद्ध टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया है। मंदिर के पुजारी आचार्य बिपिन जोशी ने बताया कि सुबह 5:00 बजे से ही नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ना शुरू हो गया था, जिससे पूरा मंदिर परिसर पानी में डूब गया।
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा, “देहरादून में सहस्त्रधारा और माल देवता एवं मसूरी से भी नुकसान की खबरें मिली हैं। देहरादून में दो से तीन लोग लापता बताए जा रहे हैं। मसूरी में एक व्यक्ति की मौत की खबर मिली है और इसकी पुष्टि की जा रही है।’’ उन्होंने बताया कि प्रभावित इलाकों में टीम राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं, और 300 से 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
जिला मजिस्ट्रेट द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, भारी बारिश और बादल फटने की घटना को देखते हुए देहरादून में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल फिलहाल बंद हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, “देहरादून के सहस्त्रधारा में कल देर रात भारी बारिश के कारण कुछ दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस मौके पर पहुँच गए हैं और राहत एवं बचाव कार्यों में लगे हुए हैं। मैं इस संबंध में स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं और व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नज़र रख रहा हूं।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फ़ोन पर बात करके उत्तराखंड में भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।
उन्होंने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया और इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में उत्तराखंड के साथ पूरी तरह खड़ी है। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह सक्रिय है और युद्धस्तर पर बचाव एवं राहत अभियान चलाया जा रहा है।