आगरा 23 दिसंबर। उत्तर प्रदेश के आगरा में थाना किरावली क्षेत्र में हत्या के एक मामले की जांच के दौरान पुलिस पर थर्ड डिग्री टॉर्चर के गंभीर आरोप लगे हैं। गांव करहरा निवासी युवक राजू के परिजनों का आरोप है कि हत्या कबूल कराने के दबाव में पुलिस ने उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया, जिससे उसके दोनों पैरों में फ्रैक्चर हो गया। मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
किरावली क्षेत्र के गांव करहरा में 5 अगस्त को पूर्व फौजी बलबीर सिंह की हत्या हुई थी। चार महीने बीतने के बावजूद पुलिस इस हत्याकांड का खुलासा नहीं कर सकी है। इसी सिलसिले में 20 दिसंबर को थाना किरावली पुलिस ने सत्य प्रकाश को पूछताछ के लिए बुलाया था। इसके बाद उसके छोटे भाई राजू को भी थाने बुलाया गया।
परिजनों का आरोप है कि थाने में पूछताछ के दौरान राजू पर हत्या स्वीकार करने का दबाव बनाया गया। आरोप है कि पूछताछ के दौरान उसके साथ मारपीट की गई, जिससे वह बेहोश हो गया और उसके दोनों पैरों में गंभीर चोटें आईं। बाद में पुलिस ने उसे निजी वाहन से अस्पताल में भर्ती कराया।
मामले के तूल पकड़ने पर डीसीपी वेस्ट अतुल शर्मा ने थाना प्रभारी से जानकारी ली। प्रारंभिक तौर पर चोट को मामूली बताया गया, लेकिन जब डीसीपी स्वयं किरावली अस्पताल पहुंचे और एक्स-रे रिपोर्ट देखी तो सामने आया कि पीड़ित के दोनों पैरों में फ्रैक्चर है। इसके बाद पूरे मामले की गंभीरता स्पष्ट हुई।
घटना के बाद लापरवाही बरतने के आरोप में अछनेरा के एसीपी राम प्रवेश गुप्ता का तबादला कर दिया गया है। वहीं थाना किरावली प्रभारी नीरज कुमार, एसआई धर्मवीर और सिपाही रवि को निलंबित कर दिया गया है। शैलेंद्र कुमार को एसीपी अछनेरा और सत्यवीर को थाना किरावली का नया प्रभारी नियुक्त किया गया है।

