शामली 10 जून। खादर क्षेत्र में घर के बाहर खड़ी पांच साल की बच्ची को तेंदुआ उठाकर ले गया। चीख पुकार पर ग्रामीण लाठी डंडे लेकर खेतों की ओर दौड़े लेकिन तब तक तेंदुआ बच्ची का मार चुका था। ग्रामीण बच्ची के शव को उठाकर ले आए। लोगों का आरोप है कि सूचना के घंटों बाद भी वन विभाग की टीम नहीं पहुंची। लोगों में दहशत है।
कैराना के गांव मंडावर निवासी लियाकत की बेटी जुल्फना की शादी मुजफ्फरनगर के गांव तिसंग निवासी फारुख से हुई थी। करीब 10 दिन पहले जुल्फना अपनी पांच साल की बेटी अंसा के साथ आई थी। लियाकत का घर गांव से बाहर की ओर है। आसपास खेत हैं। रविवार रात करीब 9:30 बजे अंसा घर के बाहर खड़ी थी। तभी खेतों के बीच से निकलकर तेंदुआ आया और बच्ची को खींचकर ले जाने लगा।
बच्ची के शोर मचाने पर स्वजन और आसपास के लोग लाठी डंडे लेकर तेंदुए के पीछे दौड़ पड़े। तेंदुआ बच्ची को लेकर खेत में घुस गया। काफी देर तलाश करने के बाद बच्ची खेत के अंदर खून से लथपथ हालत में मिली। उसकी मौत हो चुकी थी। तेंदुए ने बच्ची के सिर के पीछे का कुछ हिस्सा खा लिया था। चेहरा भी लहूलुहान था।
ग्रामीणों का आरोप है की घटना के कुछ देर बाद ही वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दे दी गई लेकिन घंटों बाद भी कोई नहीं पहुंचा। इतनी बड़ी घटना के बाद भी ऊन रेंजर कृष्ण कुमार ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि उनके पास कैराना रेंजर का भी प्रभार है।
तेंदुए के हमले से बालिका की मौत होने के उपरांत सूचना पर थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह कसाना पुलिस टीम के साथ पहुंचे। वही ग्रामीणों से घटना की जानकारी जुटाई। पहरा दे रहें ग्रामीणों को सतर्क रहने व गलियों में मौजूद बच्चों को घरों में रखने पर जोर दिया। थानाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह कसाना ने बताया कि मृतक बालिका के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।