वृंदावन 06 सितंबर। भाद्रपद महीने की पूर्णिमा सात सितंबर को वर्ष का दूसरा चंद्रग्रहण है। चंद्रग्रहण रात नौ बजकर 58 मिनट से एक बजकर 26 मिनट तक रहेगा। दोपहर 12 बजकर 57 मिनट पर सूतककाल शुरू हो जाएगा।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के दर्शन समय में परिवर्तन किया है। इस दिन राजभोग सेवा के दर्शन सुबह साढ़े पांच से नौ बजकर 15 मिनट तक होंगे। शयनभोग सेवा के दर्शन सुबह दस बजे से दोपहर साढ़े बारह बजे तक ही होंगे। इसके बाद मंदिर बंद रहेगा और दूसरे दिन नियत समय पर श्रद्धालुओं को दर्शन हो सकेंगे।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा द्वारा जारी सूचना के अनुसार चंद्रग्रहण के दिन सात सितंबर को सूतक काल से पहले ही पूरे दिन की राजभोग और शयनभोग सेवा के दर्शन होेंगे। इस दिन सुबह साढ़े पांच बजे मंदिर के पट खुलेंगे और पांच बजकर 40 मिनट पर शृंगार आरती होगी।
इसके बाद नौ बजकर 10 मिनट पर राजभोग आरती के बाद नौ बजकर 15 मिनट पर पट बंद हो जाएंगे। शयनभोग सेवा के दर्शन सुबह दस बजे शुरू होंगे और 12 बजकर 25 मिनट पर शयनभोग आरती के बाद साढ़े बाहर बजे मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। इसके बाद आठ सितंबर को नियमित समय पर ठाकुरजी अपने भक्तों को दर्शन देंगे।
राधारानी के दर्शन
रिसीवर समिति के सदस्य आशीष कृष्ण शर्मा ने बताया कि रविवार सुबह मंगला आरती के बाद राधारानी मंदिर सुबह पांच बजे से दोपहर 12 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा।
दोपहर 12 बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट बंद हो जाएंगे। फिर अगले दिन सुबह पांच बजे ही खुलेंगे। इसी तरह द्वारकाधीश मंदिर में मंगला शृंगार के दर्शन समय के मुताबिक ही होंगे।
इसके अतिरिक्त राजभोग के दर्शन सुबह दस बजे से साढ़े दस और उद्यापन के दर्शन दो बजे से 2.10 बजे तक होंगे। शयन के दर्शन 3.30 से चार बजे तक होंगे। इसके बाद ग्रहण के दर्शन 9.57 से 1:27 तक होंगे और ठाकुर जी के पट इस दौरान खुले रहेंगे।