भारतीयों की मौजूद संख्या के हिसाब से कई मौकों पर पूर्व में कनाडा को मिनी भारत भी कहा जाता रहा है। लेकिन पिछले कुछ दिनों में जो परिस्थितियां यहां सामने आ रही हैं उससे मनों में खटास और दूरियां बढ़ने व राजनीतिक निर्णय नागरिकों के हित में भारत द्वारा लिए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
मगर पिछले दिनों कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टू्रडो जिस प्रकार से वहां के मंदिर में पहुंचे और दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए दिया भी जलाया और हिंदूओं का साथ कभी ना छोड़ने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि दिवाली अंधकार पर उजाले की जीत का त्योहार है। हमारी जिंदगी में रोशनी की जरूरत है। उन्होंने अपने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि आज हिंदू बौद्ध जैन सिख परिवार दिवाली मनाएंगे आप सभी को शुभकामनाएं। इससे संबंध खबर पढ़कर यह लगा था कि शायद टूडो भारतीयों से निकटता बढ़ाकर मनमुटाव दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन अभी इस खुशी को हम संभाल भी नहीं पाए कि ब्रेप्टन के हिंदू मंदिर के पास विरोध प्रदर्शन कर रहे खालिस्तान समर्थकों ने जिस प्रकार से मंदिर में घुसकर श्रद्धालुओं को पीटा वो शर्मनाक और निदनीय है। उसके बाद इसका विरोध कर रहे हिंदुओ को पुलिस ने गिरफतार किया। भारतीय उच्चायुक्त की तरफ से लगाए गए वीजा शिविर को भी निशाना बनाया गया और यह हमला उस समय हुआ जब कुछ भारतीय राजनीतिक वहां मौजूद थे। इस घटना के बाद एक खबर के अनुसार पीएम मोदी द्वारा कहा गया कि ऐसे कृत्यों से हमारा संकल्प कमजोर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि मंदिर पर हमला निदंनीय है। भारत कनाडा संबंधों के बीच पहली बार भारतीय पीएम ने टिप्पणी की और एक्स पर लिखा कि मैं कनाडा के मंदिर पर हमले की निंदा करता हूं। हमारे राजनयिकयों को डराने की कोशिश निंदनीय है। टूडो साहब भी जानते हैं और दुनिया भी समझती है कि भारत अपने नागरिकों की कनाडा में ही नहीं दुनिया के हर देश में सुरक्षा करने में सक्षम है। इसलिए टूडो को चाहिए कि वो दूरियां बढ़ाने वाली घटनाएं अपने देश ना होने दे जिससे वहां हिंदू अपने आप को असुरक्षित समझे और भारत सरकार को कोई कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर ना होना पड़े। इसलिए कनाडा में शांति और कानून व्यवस्था बनी रहना सबके हित में है यह सबको समझना होगा।
(प्रस्तुतिः संपादक रवि कुमार बिश्नोई दैनिक केसर खुशबू टाइम्स मेरठ)
कनाडा में हो क्या रहा है! पहले दिन मंदिर में बधाई दूसरे दिन हमला, टूडो साहब शांति और सुरक्षा का माहौल ही जरूरी है
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