वाशिंगटन, 11 अक्टूबर। अमेरिका ने ईरान के ऊर्जा व्यापार में मदद करने के आरोप में शुक्रवार को दो भारतीयों समेत विश्व की 50 अन्य कंपनियों पोतों पर प्रतिबंध लगा दिया।
अमेरिकी वित्त विभाग के विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय (ओएफएसी) ने इन प्रतिबंधों का एलान किया। विभाग ने एक बयान में कहा कि प्रतिबंधित किए गए लोगों और कंपनियों ने ईरान के अरबों डॉलर के पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात में मदद की, जिससे ईरान को काफी राजस्व मिला और इस राजस्व से ईरान ने अमेरिका के खिलाफ खतरा पैदा करने वाले आतंकी समूहों की मदद की। यह कदम तेहरान की ऊर्जा निर्यात प्रणाली के प्रमुख तत्वों को ध्वस्त करने के उद्देश्य से उठाया गया है। वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने कहा, वित्त मंत्रालय ईरान की ऊर्जा निर्यात प्रणाली के प्रमुख तत्वों को नष्ट करके उसकी नकदी प्रवाह प्रणाली को कमजोर कर रहा है।
प्रतिबंधित भारतीय नागरिकों में वरुण पुला भी शामिल हैं, जो मार्शल द्वीप समूह स्थित बर्था शिपिंग इंक के मालिक हैं, उनकी कंपनी कोमोरोस-ध्वज वाले जहाज पामीर का स्वामित्व और संचालन करती है. अमेरिकी बयान के अनुसार, इस जहाज ने जुलाई 2024 से चीन को लगभग 40 लाख बैरल ईरानी एलपीजी पहुंचाया है.
इसके अलावा अमेरिका ने भारतीय नागरिक सोनिया श्रेष्ठ पर प्रतिबंध लगाया है, जो वेगा स्टार शिप मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड की मालिक हैं. यह कंपनी भी कोमोरोस ध्वज वाले जहाज नेप्टा का स्वामित्व और संचालन करती है, जिसने जनवरी 2025 से पाकिस्तान को ईरानी एलपीजी पहुंचाया है.
बयान में आगे कहा गया है कि “नामित या प्रतिबंधित व्यक्तियों की सभी संपत्तियां, जो अमेरिका में हैं या अमेरिकी व्यक्तियों के कब्जे या नियंत्रण में हैं, ब्लॉक्ड हैं और उनकी सूचना OFAC को दी जानी चाहिए. बयान के मुताबिक, प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से, व्यक्तिगत रूप से या समग्र रूप से, एक या अधिक प्रतिबंधित व्यक्तियों के स्वामित्व वाली 50 प्रतिशत या अधिक की कोई भी संस्था भी ब्लॉक मानी जाएगी.