नई दिल्ली 14 अक्टूबर। भारत में जहरीली कफ सिरप पीने से 20 से अधिक बच्चों की मौत होने के मामलों को देखते हुए WHO ने सख्त कार्रवाई की है। WHO ने तीन भारतीय फार्मा कंपनियों द्वारा निर्मित कफ सिरप को लेकर सख्त चेतावनी जारी की है, जिसमें मध्य प्रदेश में कई बच्चों की मौत का कारण बनी ‘कोल्ड्रिफ’ भी शामिल है।
WHO ने सदस्य देशों को अलर्ट करते हुए कहा है कि यदि ये कफ सिरप कहीं भी दिखाई दें, तो इसकी जानकारी तुरंत स्वास्थ्य अधिकारियों को दी जाए। संगठन ने इन सिरप को ‘जहर’ के समान बताते हुए इनके इस्तेमाल पर रोक लगाने की अपील की है।
इन 3 फार्मा कंपनियों के उत्पादों में पाई गई मिलावट-
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार ग्लोबल हेल्थ एजेंसी ने जिन तीन फार्मा कंपनियों और उनके खास बैचों की पहचान की है, वे कफ सिरप ‘कोल्ड्रिफ’ (Coldrif),रेस्पिफ्रेश टीआर (Respifresh TR), रिलाइप सिरप (Rilip Syrup) हैं। WHO का कहना है कि इन सिरप में मिलावट पाई गई है और ये स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती हैं, जिससे जानलेवा बीमारियाँ हो सकती हैं।
कफ सिरप में मिला खतरनाक केमिकल
जांच के दौरान खांसी की इन दवाओं में ‘डायथिलीन ग्लाइकोल’ (Diethylene Glycol – DEG) नामक एक जहरीला केमिकल मिला है, जिसका भारी मात्रा में इस्तेमाल किया गया था।
खतरनाक केमिकल: डायथिलीन ग्लाइकोल (DEG) एक गंधहीन और रंगहीन केमिकल है।
इस्तेमाल का कारण: इसका इस्तेमाल आमतौर पर सिरप को मीठा करने के लिए किया जाता है।
खतरा: यह केमिकल मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत जहरीला और खतरनाक होता है।
तमिलनाडु की श्रीसन फार्मा की कोल्ड्रिफ सिरप में निरीक्षण के दौरान 48.6 % डायथिलीन ग्लाइकॉल पाया गया था।
श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी का लाइसेंस किया रद्द-
तमिलनाडु सरकार ने श्रीसन फार्मास्युटिकल कंपनी पर सख्त कार्रवाई करते हुए राज्य औषधि नियंत्रण विभाग ने कंपनी का लाइसेंस पूरी तरह से रद्द कर दिया है। वहीं इस कंपनी को बंद करने के आदेश जारी किया है। कंपनी के मालिक जी. रंगनाथन को हाल ही में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।