सतना 20 अक्टूबर। मध्य प्रदेश के सतना से अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन का एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया, जिसमें पेंट्रीकार कर्मचारी जूठे फूड कंटेनर धोकर दोबारा इस्तेमाल करते नजर आए। वीडियो वायरल होते ही यात्रियों में नाराजगी फैल गई और मामला IRCTC व रेल मंत्रालय तक पहुंच गया। हालांकि, जांच के बाद IRCTC और PIB फैक्ट चेक ने इस वीडियो को भ्रामक करार दिया है।
यह मामला ट्रेन संख्या 16601 इरोड-जोगबनी अमृत भारत एक्सप्रेस का है। यात्री रवि दुबे ने कटनी से सतना रेलखंड के बीच यह वीडियो बनाया, जिसमें पेंट्रीकार कर्मचारी डिस्पोजल एल्यूमिनियम फूड बॉक्स को पानी से धोते और सुखाते नजर आए। रवि दुबे ने जब कर्मचारियों से इस पर सवाल किया, तो उन्होंने इसे “रोजमर्रा की प्रक्रिया” बताते हुए अनदेखा कर दिया। इसके बाद यात्री ने वीडियो को रेल मंत्रालय और IRCTC को टैग करते हुए सोशल मीडिया पर साझा किया।
वीडियो सामने आने के बाद IRCTC ने तुरंत संज्ञान लिया और जवाब में लिखा कि “मामले को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए वेंडर की पहचान कर उसे तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। साथ ही लाइसेंसी के लाइसेंस को रद्द करने और भारी जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जा रही है।” हालांकि, कुछ घंटों बाद IRCTC ने दूसरा स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि वीडियो भ्रामक है। कैसरोल कंटेनरों का पुनः उपयोग नहीं किया गया। उन्हें केवल साफ कर डिस्पोज किया जा रहा था। यात्रियों को परोसे गए कंटेनरों का दोबारा उपयोग नहीं हुआ है।”
PIB फैक्ट चेक ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर स्पष्ट किया कि “यह दावा गलत है कि ट्रेन में यात्रियों को परोसे गए कैसरोल कंटेनरों का पुनः उपयोग किया जा रहा है। इन्हें केवल डिस्पोज करने से पहले साफ किया जा रहा था।”
हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद यात्रियों में स्वच्छता और सुरक्षा को लेकर चिंता बनी रही। IRCTC ने पुनः अपील की है कि भ्रामक जानकारी न फैलाएं और किसी भी संदेह की स्थिति में शिकायत सीधे रेल मंत्रालय के आधिकारिक चैनलों पर दर्ज कराएं।