आगरा 25 अक्टूबर। बेकाबू कार ने शुक्रवार की रात में शहर में तांडव मचाया. 100 की स्पीड से कार ने 150 मीटर तक 7 लोगों को कुचल दिया. हादसे में 5 की मौत हो गई है, जबकि दो की हालत गंभीर बनी हुई है. हादसे में एक डिलीवरी ब्वॉय, दो दोस्तों, एक महिला और एक राहगीर की मौत हुई. पुलिस ने कार ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. हादसे के बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया. गहमागहमी मची रही. घटना न्यू आगरा थाना क्षेत्र के केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड की है.
डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि कार का चालक अंशुल गुप्ता है. उसके नाम कार पंजीकृत है. उसे गिरफ्तार कर लिया है. उससे पूछताछ की गई है. हादसे में मृतकों के नाम बबली, भानु प्रताप, कमल, कृष्णा और बंटेश हैं. जिनके शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवाए गए हैं. बेकाबू कार की गति स्थानीय लोगों ने 100 से अधिक बताई है. इस बारे में जानकारी की गई है.
नगला बूढ़ी निवासी प्रेमचंद ने पुलिस को बताया कि उनके पिता दौलतराम का गुरुवार को निधन हो गया था. परिवार के लोग घर के बाहर लगे टेंट में बैठे थे. रात करीब 8:30 बजे यह कार केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड पर दयालबाग, 80 फुटा रोड की तरफ से नगला बूढ़ी की ओर तेजी से आती दिखी. दयालबाग की ओर कार ने सबसे पहले रिसॉर्ट के सामने ऑनलाइन फूड डिलीवर करने वाले भानु प्रताप मिश्रा, निवासी आवास विकास कॉलोनी को चपेट में ले लिया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई.
सामने पुलिस की चेकिंग देखकर कार चालक ने कार की स्पीड और बढ़ा दी. जिससे अनियंत्रित कार सड़क से गुजर रहीं नगला बूढ़ी निवासी बबली (42) और उनके बेटे गोलू (23) को रौंद दिया. वहीं पर पेंटर कमल (23) और उसके दोस्त कृष उर्फ कृष्णा (20) भी कार की चपेटे में आ गए. सड़क से गुजर रहे बंटेश (50) को रौंदते हुए कार आगे निकल गई. बंटेश और गोलू का इलाज चल रहा है.
पुलिस और लोगों ने पहले कार उठाकर उसके नीचे दबे लोगों को निकाला. इसमें कार के साइलेंसर से देवेंद्र और जतिन झुलस गए. कार की टक्कर में गंभीर रूप से घायलों को एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भर्ती कराया. जहां पर चिकित्सकों ने बबली, भानु प्रताप, कमल, कृष्णा और बंटेश को मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई. कार के डिवाइडर से टकराने से एयरबैग खुल गए, जिससे ड्राइवर की जान बच गई. हादसे के बाद कार लॉक हो गई थी. आक्रोशित लोगों ने शीशा तोड़कर ड्राइवर को दबोच लिया और पिटाई कर दी.
पुलिस ने किसी तरह लोगों से उसे बचाया और थाने ले गई. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने हंगामा शुरू कर दिया. आसपास के लोग इस हादसे और 5 मौतों से आक्रोशित थे. लोगों ने नारेबाजी की और पीड़ितों के लिए सहायता की मां करने लगे.

