फतेहपुर 22 सितंबर। फतेहपुर में पति ने दोस्त के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी। उसकी लाश को बंद चमड़ा फैक्ट्री में पेट्रोल डालकर जला दिया। महिला 15 सितंबर यानी बीते 8 दिन से लापता थी। उसके परिवार वालों ने कानपुर के महाराजगंज थाने में गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी।
सोमवार सुबह 5 बजे फतेहपुर पुलिस को आरोपियों की लोकेशन मिली। पुलिस ने खानपुर में दोनों को घेरकर सरेंडर करने को कहा। बाइक से भाग रहे आरोपी फिसलकर गिर गए। आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दोनों के पैर में गोली मारी। उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपी पति और उसके दोस्त को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पूछताछ में पति और उसके दोस्त ने हत्या की बात कबूल की है। पुलिस ने महिला के परिजनों को घटना की सूचना दी। मामला औंग थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव का है।
फतेहपुर के रानीपुर में एक चमड़े की फैक्ट्री कई सालों से बंद है। 15 सितंबर को कुछ चरवाहे वहां अपने पशु चरा रहे थे। तभी फैक्ट्री से धुआं निकलते देखा। पास जाकर देखा तो वहां महिला की लाश दिखी। चरवाहों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस सूचना पर फैक्ट्री पहुंची, जहां महिला का सुलगता शव देखा। पुलिस ने आग बुझाकर शव को मॉर्च्युरी भेज दिया। महिला का चेहरा बुरी तरह जल गया था, जिससे तीन दिनों तक उसकी पहचान नहीं हो पाई। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
इसी दिन कानपुर के महाराजगंज थाने में एक महिला की गुमशुदगी दर्ज हुई। पुलिस ने महिला की तस्वीर सर्कुलेट की। फतेहपुर के औंग थाने में यह तस्वीर आई। महिला के परिजन उसे ढूंढने के लिए पैम्फलेट छपवाकर कई जगह लगाए। पुलिस ने पैम्फलेट में छपी महिला की फोटो और सर्कुलेट हुई फोटो का मिलान किया। दोनों फोटो मेल खा गईं।
इसके बाद पुलिस ने महिला के परिजनों को फोन करके थाने बुलाया और महिला के शव मिलने की जानकारी दी। परिजनों ने महिला की पहचान शव के पास से मिले सामान से की। पूछताछ में पता चला कि महिला शादीशुदा थी, जो अपने पति के साथ कानपुर में ही रहती थी।
महिला का नाम रेशमा पासवान (25) था। वह कानपुर के गंगागंज की रहने वाली थी। बचपन में उसकी मां रूपरानी की बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद उसके पिता, विनोद पासवान ने बेटी को उसकी नानी के यहां जहानाबाद भेज दिया।
रेशमा ने अपनी नानी के यहां रहकर इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की। मृतका की मौसी, मंजू पासवान ने बताया- 2021 में रेशमा की मुलाकात इंस्टाग्राम पर दीपू पासवान नाम के एक लड़के से हुई। दोनों के बीच एक साल तक अफेयर चला। 2022 में दोनों ने परिवार को मनाकर शादी कर ली। दोनों का एक बेटा कार्तिक (2) है।
एसपी अनूप सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई थीं, जिसमें 23 पुलिसकर्मी थे। पुलिस, एसओजी और इंटेलिजेंस विंग ने दीपू और सनी की गिरफ्तारी के लिए लगातार चार दिनों तक दबिश दी। सोमवार सुबह 5 बजे पुलिस को दोनों के भागने की सूचना मिली। पुलिस ने दोनों को खानपुर के पास घेर लिया। दोनों के पैर में एक-एक गोली मारी।
दीपू पासवान ने बताया कि रेशमा के अन्य लड़कों से संबंध था। इसी शक में उसने दोस्त सनी यादव के साथ मिलकर पत्नी को मारने की योजना बनाई। 15 सितंबर को उसने बाइक से रेशमा को बंद फैक्ट्री में ले जाकर बताया कि उसकी नौकरी वहीं लग गई है। फैक्ट्री के अंदर आते ही दीपू और सनी ने मिलकर रेशमा को गला दबाकर मार डाला और फिर शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।