Date: 21/11/2024, Time:

डासना जेल में पंखे से लटका मिला विचाराधीन कैदी का शव, रेप के आरोप में था बंद

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गाजियाबाद 26 सितंबर। गाजियाबाद की डासना जेल में एक कैदी का शव फांसी के फंदे पर लटका मिलने से सनसनी फैल गई. रेप और पोस्को एक्ट के आरोपों में जेल में बंद कैदी ने कारागार के योगा हॉल में बिजली की केबल से फंदा लगाकर आत्महत्या की है. मृतक कैदी 14 दिनों पहले ही हापुड़ जिले के पिलखुवा थाने से जेल में आया था. पुलिस ने आरोपी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. मृतक के परिवार का आरोप है कि छिजारसी पुलिस चौकी इंचार्ज प्रदीप ने मृतक को छोड़ने के लिए पैसों की मांग की थी, लेकिन जब पुलिस को पैसा नहीं दे पाए तो पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था.

कैदी की आत्महत्या के मामले की जानकारी देते हुए जेल अधीक्षक सीताराम शर्मा ने बताया कि मृतक युवक शिवम राजपूत बुलंदशहर जिले के नरेना थाना क्षेत्र का रहने वाला था. जिसे हापुड़ पुलिस ने 10 सिंतबंर 2024 को रेप और पोक्सो एक्ट में जेल भेजा था. युवक ने मंगलवार की रात 10 बजे जेल के अंदर लाइब्रेरी में पंखे से लटककर आत्महत्या की घटना को अंजाम दिया है. जब तक जेल कर्मी युवक को आत्महत्या करते हुए देख पाते उससे पहले ही युवक की मौत हो गई थी.

युवक की मौत होने के बाद पुलिस ने मौके की वीडियोग्राफी कर उसके शव को नीचे उतरवाया. वहीं, बाद मे जेल प्रशासन ने स्थानीय थाने की पुलिस को घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जेल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक को पुलिस ने 12 साल की लड़की को बहला फुसलाकर ले जाते हुए लड़की को साथ में बरामद करते हुए गिरफ्तार किया था. लड़की ने अपने बयानों ने रेप की बात कही थी. इसके बाद पिलखुवा थाने की पुलिस ने 10 सितंबर को उसको संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया था.

शिवम के पिता सुंदर ने बताया कि बुधवार सुबह जेल अधिकारियों ने उन्हें बताया कि उनके बेटे ने आत्महत्या कर ली है, जिसके बाद वह अपने रिश्तेदारों के साथ डासना जेल पहुंचे। उन्होंने दावा किया कि शिवम को हापुड़ के चिजारसी पुलिस चौकी प्रभारी ने ‘फंसाया’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि चौकी प्रभारी ‘एक लाख रुपये की रिश्वत मांग रहे थे और लड़की के परिवार वाले मामले को रफा-दफा करने के लिए 2 लाख रुपये मांग रहे थे।’ सुंदर ने दावा किया कि जब मैं मांग पूरी नहीं कर पाया, तो चौकी प्रभारी ने बलात्कार और पोक्सो अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली। शिवम इस मामले में फंसाए जाने से परेशान था।

मृतक शिवम ने सुसाइड करने से पहले दो पेज को एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है. शिवम ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था. जिसकी वजह से सुसाइड नोट की लिखावट साफ नहीं है. सुसाइड नोट में शिवम ने लड़की के मां बाप पर जेल भिजवाने का आरोप लगाया है. अपने सुसाइड नोट में शिवम ने लड़की के मां-बाप को सास ससुर लिखकर संबोधित किया है. सुसाइड में लिखा है कि मेरे ऊपर लड़की मुकदमा दर्ज करवाने को तैयार नहीं थी, लेकिन होने वाली सास ने जबरन मुझे फंसाने वाले बयान दिलवाए थे. जिनकी वजह से वह जेल में है. सुसाइड नोट के आखिर में शिवम ने लड़की से माफी भी मांगी है.

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