Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • गुजरात और कर्नाटक के स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार से अब देश के 25 करोड़ बच्चे भी हो सकते हैं लाभांवित, सरकार पूर्णता और शुद्धता के लिए बनाए निगरानी समिति, फर्जी स्कूलों पर ?
    • आमदनी और टीआरपी बढ़ाने के लिए फिल्मी अदाकारा युवा पीढ़ी के बारे में भी सोचें
    • पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार और उनकी हत्या तथा चर्म पर पहुंच रहे भीड तंत्र को रोका जाए चाहे कुछ भी करना पड़े, केरल में मजदूर रामनारायण की हत्या क्यों?
    • डॉक्टरों ने डिलीवरी करते हुए पेट में छोड़ा आधा मीटर कपड़ा, CMO समेत 6 पर FIR
    • गैंगस्टर विनय त्यागी की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत, हरिद्वार में बदमाशों ने मारी थी गोली
    • सलमान खान ने फार्महाउस पर मनाया अपना 60वां जन्मदिन, सजी स्टार्स की महफिल
    • 10 खापों की पंचायत ने 18 साल से कम उम्र के लड़कों के हाफ पैंट पहनने और स्मार्टफोन इस्तेमाल करने पर लगाया प्रतिबंध
    • हाईवे पर 85 लाख की लूट में 6 बदमाश गिरफ्तार
    Facebook Instagram X (Twitter) YouTube
    tazzakhabar.comtazzakhabar.com
    Demo
    • न्यूज़
    • लेटेस्ट
    • देश
    • मौसम
    • स्पोर्ट्स
    • सेहत
    • टेक्नोलॉजी
    • एंटरटेनमेंट
    • ऑटो
    • चुनाव
    tazzakhabar.comtazzakhabar.com
    Home»देश»नौजवानों के गुस्से से सुलगा नेपाल, 20 की मौत; देर रात सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटाया
    देश

    नौजवानों के गुस्से से सुलगा नेपाल, 20 की मौत; देर रात सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटाया

    adminBy adminSeptember 9, 2025No Comments6 Views
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn WhatsApp Reddit Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    काठमांडू, 09 सितंबर। भ्रष्टाचार और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को नौजवानों के गुस्से से नेपाल सुलग उठा। सड़क से संसद तक भारी हंगामा हुआ। आक्रोशित नौजवान संसद परिसर में घुस गए। इस दौरान कई शहरों में पुलिस से झड़प और गोलीबारी में 20 की मौत हो गई, जबकि 350 से अधिक घायल हैं। कई स्थानों पर सेना तैनात कर कर्फ्यू लगाना पड़ा। देर रात नेपाल सरकार ने सोशल मीडिया साइटों पर प्रतिबंध वापस ले लिया। वहां के संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने यह घोषणा की। उन्होंने कहा, सूचना मंत्रालय ने संबंधित एजेंसियों को सोशल मीडिया साइटों को फिर से शुरू करने का आदेश दिया है।

    जेन जेड के बैनर तले काठमांडू में स्कूली छात्रों समेत हजारों युवा संसद भवन के सामने एकत्र हो गए और सोशल मीडिया से प्रतिबंध हटाने की मांग करने लगे। इस दौरान युवा सरकार विरोधी नारे लगा रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जब कुछ आंदोलनकारी संसद परिसर में घुस गए, तो विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां चलानी पड़ीं। इससे प्रदर्शनकारी और भड़क गए। उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग हमपर फैसले थोप नहीं सकते। वे भ्रष्टाचार विरोधी प्रदर्शनों को दबाना चाहते हैं।

    नेपाली अखबार हिमालयन टाइम्स और स्थानीय समाचार पोर्टल खबरहब ने स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि 20 लोग मारे गए हैं। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। प्रशासन ने हंगामा रोकने के लिए संसद भवन के पास के इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया। सेना के जवानों ने आसपास की सड़कों को नियंत्रण में ले लिया।

    कई शहरों में प्रदर्शन
    विरोध की चिंगारी काठमांडू से पोखरा, बुटवल, नेपालगंज, विराटनगर, चितवन तक फैल गई और वहां भी प्रदर्शन शुरू हो गए। इसके बाद भैरहवा बॉर्डर, बुटवल, रुपन्देही, सिंहदरबार समेत कई स्थानों पर प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा। इसके पूर्व देर शाम प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध हटाने से इनकार कर दिया था।

    युवाओं के समूह ने सोशल मीडिया पर नेपो किड नाम से अभियान चलाया था। इसमें भ्रष्टाचार से अर्जित धन से राजनेताओं, प्रभावशाली लोगों के बच्चों को विशेषाधिकार देने का आरोप लगाया गया था।

    युवाओं की प्रमुख मांगें

    1. सोशल मीडिया पर लगे प्रतिबंध को हटाया जाए
    2. भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे
    3. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा की जाए
    4. प्रधानमंत्री ओली अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें

    बैरिकेड तोड़ते ही उग्र हुआ प्रदर्शन
    शांतिपूर्ण मार्च के रूप में शुरू हुआ यह प्रदर्शन तब उग्र हो गया, जब प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़ दिए और संसद के पास प्रतिबंधित क्षेत्रों में घुस गए। पेड़ों की टहनियां तोड़ने, पानी की बोतलें फेंकने और सरकार विरोधी नारे लगाने के बाद पुलिस ने सख्ती की। कुछ प्रदर्शनकारी कथित तौर पर संसद परिसर में घुसने में कामयाब रहे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।

    गृह मंत्री रमेश लेखक ने त्यागपत्र दिया
    हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद नेपाल के गृह मंत्री रमेश लेखक ने सोमवार को नैतिक आधार पर इस्तीफा दे दिया। कैबिनेट की बैठक के दौरान प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को गृह मंत्री ने अपना इस्तीफा सौंपा।

    nepal oli-government tazza khabar tazza khabar in hindi world news
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram Email
    admin

    Related Posts

    गुजरात और कर्नाटक के स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार से अब देश के 25 करोड़ बच्चे भी हो सकते हैं लाभांवित, सरकार पूर्णता और शुद्धता के लिए बनाए निगरानी समिति, फर्जी स्कूलों पर ?

    December 27, 2025

    आमदनी और टीआरपी बढ़ाने के लिए फिल्मी अदाकारा युवा पीढ़ी के बारे में भी सोचें

    December 27, 2025

    पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार और उनकी हत्या तथा चर्म पर पहुंच रहे भीड तंत्र को रोका जाए चाहे कुछ भी करना पड़े, केरल में मजदूर रामनारायण की हत्या क्यों?

    December 27, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    © 2025 Tazza khabar. All Rights Reserved.
    • Our Staff
    • Advertise

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.