अमरोहा 12 दिसंबर। राज्यकर स्टेट जीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा ने अमरोहा में जैकेट कारोबारी के कई गोदाम पर छापा मारा। सुबह नौ बजे से देररात की जांच में 10 करोड़ रुपये की कर चोरी (करापवंचन) पकड़ में आई है। अमरोहा से खलीलाबाद, दिल्ली, पंजाब आदि जनपदों को कच्चा माल भेजा जाता था। हैरान वाली बात यह है कि खरीद-फरोख्त का एक भी बिल कारोबारी के पास नहीं है। 25 अधिकारियों की पांच टीमें सुबह नौ से देर रात तक जांच में जुटी रहीं।
जैकेट निर्माण में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की खरीद जैसे- नम्दा, फोम, बटर एनएस, टीपीयू प्लस्टर, फर, चैन, रिब, अस्तर, लास्टिक, डोरी, कपड़े के रोल, धागा, टैग, पैकिंग पन्नी आदि की भारी मात्रा में बिना प्रपत्रों के अमरोहा के कुछ व्यापारियों के दिल्ली से कारोबार की सूचना मिली थी। तब गोपनीय जांच कराई गई, जिसमें अमरोहा के नौगावां सादात के व्यापारी का नाम सामने आया।
25 अधिकारियों की पांच टीम गठित की गई। विशेष अनुसंधान शाखा रेंज-ए के उपायुक्त धर्मेन्द्र कुमार सचान, रेंज-बी के उपायुक्त विकास बहादुर चौधरी, बिजनौर उपायुक्त पुष्पेष सिंह, अमरोहा खंड दो उपायुक्त महेश चंद, सहायक आयुक्त रणंजय यादव, अखिलेश कुमार की अलग-अलग पांच टीमों ने बुधवार सुबह नौ बजे एक साथ छापा मार दिया। व्यापारी की तीन मंजिल इमारत में माल इकट्ठा मिला। डेढ़ करोड़ का माल बिना प्रपत्रों के मिला। जिस पर पांच-12 प्रतिशत की दर से कर देयता है। उक्त माल की बिक्री बिना टैक्स दिए कर दी जाती। व्यापारी ने 27.60 लाख रुपये मौके पर ही जमा कराए।
कुल मिलाकर विभागीय जांच के बाद भारी मात्रा में करापवंचन सामने आने की संभावना है। बिना पत्रों के मिले कच्चे माल की बिक्री जैकेट निर्माता व्यापारियों को जाती है। निर्माण के बाद जिसका बिक्री मूल्य करीब 10 करोड़ रुपये बनता है। जिसकी बिक्री पर विभाग को कोई टैक्स नहीं मिलता है। अपर आयुक्त ग्रेड वन आरएस द्विवेदी ने बताया कि अमरोहा में जांच हो रही है।