Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • गुजरात और कर्नाटक के स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार से अब देश के 25 करोड़ बच्चे भी हो सकते हैं लाभांवित, सरकार पूर्णता और शुद्धता के लिए बनाए निगरानी समिति, फर्जी स्कूलों पर ?
    • आमदनी और टीआरपी बढ़ाने के लिए फिल्मी अदाकारा युवा पीढ़ी के बारे में भी सोचें
    • पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार और उनकी हत्या तथा चर्म पर पहुंच रहे भीड तंत्र को रोका जाए चाहे कुछ भी करना पड़े, केरल में मजदूर रामनारायण की हत्या क्यों?
    • डॉक्टरों ने डिलीवरी करते हुए पेट में छोड़ा आधा मीटर कपड़ा, CMO समेत 6 पर FIR
    • गैंगस्टर विनय त्यागी की उपचार के दौरान अस्पताल में मौत, हरिद्वार में बदमाशों ने मारी थी गोली
    • सलमान खान ने फार्महाउस पर मनाया अपना 60वां जन्मदिन, सजी स्टार्स की महफिल
    • 10 खापों की पंचायत ने 18 साल से कम उम्र के लड़कों के हाफ पैंट पहनने और स्मार्टफोन इस्तेमाल करने पर लगाया प्रतिबंध
    • हाईवे पर 85 लाख की लूट में 6 बदमाश गिरफ्तार
    Facebook Instagram X (Twitter) YouTube
    tazzakhabar.comtazzakhabar.com
    Demo
    • न्यूज़
    • लेटेस्ट
    • देश
    • मौसम
    • स्पोर्ट्स
    • सेहत
    • टेक्नोलॉजी
    • एंटरटेनमेंट
    • ऑटो
    • चुनाव
    tazzakhabar.comtazzakhabar.com
    Home»देश»एसआईआर कराने का फैसला अवैध नहीं: कोर्ट
    देश

    एसआईआर कराने का फैसला अवैध नहीं: कोर्ट

    adminBy adminNovember 27, 2025No Comments10 Views
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn WhatsApp Reddit Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली 27 नवंबर। सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को उस दलील को सिरे से ठुकरा दिया, जिसमें कहा गया था कि देश में पहले कभी मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) नहीं हुआ है, इसलिए निर्वाचन आयोग का फैसला अवैध है।

    शीर्ष अदालत ने पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु द्वारा भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा कराए जा रहे एसआईआर को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई के दौरान यह टिप्पणी की।

    मुख्य न्यायाधीश सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ ने मामले की सुनवाई के दौरान कहा कि देश में पहले, एसआईआर नहीं किया गया, इस दलील को निर्वाचन आयोग द्वारा राज्यों में कराई जा रही इस प्रक्रिया को चुनौती देने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। पीठ ने कहा कि निर्वाचन आयोग के पास फॉर्म-6 में एंट्री की सच्चाई तय करने का अंदरूनी अधिकार है। फॉर्म-6 किसी व्यक्ति को खुद को वोटर के तौर पर रजिस्टर करने के लिए भरना होता है। पीठ ने यह भी दोहराया कि आधार कार्ड नागरिकता का पक्का सबूत नहीं है और इसीलिए हमने कहा कि यह दस्तावेजों की सूची में से एक होगा। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि आधार सरकारी योजना का लाभ पाने के लिए बनाया गया कानून है। मान लीजिए कोई पड़ोसी देश का है और मजदूर के तौर पर काम करता है।

    क्या बोले सीजेआई सूर्यकांत?
    इस पर सीजेआई सूर्याकांत ने सिब्बल से कहा कि सिब्बल साहब, आपने दिल्ली में चुनाव लड़ा है, वहां बहुत लोग वोट डालने नहीं आते. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में चुनाव त्योहार की तरह मनाया जाता है. वहां हर व्यक्ति को पता होता है कि गांव का निवासी कौन है और कौन नहीं. वहां अधिकतम मतदान होता है और लोग अपने वोट को लेकर बहुत सजग रहते हैं. कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की कि मतदाता सूची को शुद्ध और अपडेट रखना चुनाव आयोग का संवैधानिक दायित्व है और इसके लिए वह जरूरी कदम उठा सकता है.

    बेंच ने स्पष्ट किया कि एसआईआर की प्रक्रिया को लेकर कोई ठोस शिकायत अभी तक सामने नहीं आई है, इसलिए इसे रोकने का कोई आधार नहीं बनता. सुनवाई के दौरान कोर्ट ने चुनाव आयोग से कहा कि अगर कोई वास्तविक शिकायत या अनियमितता सामने आती है तो वह तुरंत हस्तक्षेप करेगा और सुधार के आदेश देगा. कोर्ट ने यह भी भरोसा दिलाया कि कोई भी पात्र मतदाता इस प्रक्रिया की वजह से अपने अधिकार से वंचित न हो, इसके लिए वह चौकस रहेगा.

    राजद सांसद मनोज झा ने अपनी याचिका में एसआईआर को लोगों को मताधिकार से वंचित करने की सुनियोजित कोशिश बताया था. कोर्ट ने हालांकि प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा कि अभी तक कोई ऐसा सबूत नहीं दिया गया है जिससे यह लगे कि यह प्रक्रिया व्यापक स्तर पर लोगों को नुकसान पहुंचा रही है. यह मामला अब आगे की सुनवाई के लिए सूचीबद्ध रहेगा, लेकिन फिलहाल एसआईआर का काम पूरे देश में निर्बाध रूप से जारी रहेगा.

    SIR supreme-court tazza khabar tazza khabar in hindi
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram Email
    admin

    Related Posts

    गुजरात और कर्नाटक के स्कूलों में बच्चों को दिए जाने वाले पौष्टिक आहार से अब देश के 25 करोड़ बच्चे भी हो सकते हैं लाभांवित, सरकार पूर्णता और शुद्धता के लिए बनाए निगरानी समिति, फर्जी स्कूलों पर ?

    December 27, 2025

    आमदनी और टीआरपी बढ़ाने के लिए फिल्मी अदाकारा युवा पीढ़ी के बारे में भी सोचें

    December 27, 2025

    पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर अत्याचार और उनकी हत्या तथा चर्म पर पहुंच रहे भीड तंत्र को रोका जाए चाहे कुछ भी करना पड़े, केरल में मजदूर रामनारायण की हत्या क्यों?

    December 27, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    © 2025 Tazza khabar. All Rights Reserved.
    • Our Staff
    • Advertise

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.