गाजीपुर 15 सितंबर। यूपी के गाजीपुर के नोनहरा में भाजपा कार्यकर्ता सियाराम उपाध्याय उर्फ जोखू की मौत हो गई थी. आरोप है कि पुलिस की पिटाई से उनकी जान गई. अब तक इस मामले में थाना प्रभारी सहित 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए पांच पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया जा चुका है. जिलाधिकारी गाजीपुर ने इस मामले की मिनिस्टीरियल जांच (प्रशासनिक स्तर पर जांच) के आदेश भी दे दिए हैं। अब मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है.
घटना की गहराई से जांच करने के लिए एक 3 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) बनाया गया है। यह जांच टीम वाराणसी कमिश्नरेट की होगी।
SIT के सदस्य
- DCP काशी जोन, गौरव बंसवाल (अध्यक्ष)
- ADCP वाराणसी, अंशुमान मिश्रा
- ACP कैंट वाराणसी, नितिन तनेजा
यह टीम घटना की पूरी सच्चाई सामने लाने और जिम्मेदार पुलिसकर्मियों की पहचान करने का काम करेगी।
दरअसल, 9 सितंबर को गाजीपुर जनपद के नोनहरा थाना परिसर में धरना दे रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. जिसमें करीब 7-8 लोग घायल हुए थे. लाठीचार्ज में घायल सियाराम उपाध्याय उर्फ जोखू की 11 सितंबर को मौत हो गई. मृतक के परिजनों से पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मुलाकात कर यह भरोसा दिलाया गया है कि मामले में निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
एडीजी जोन वाराणसी पीयूष मोर्डिया ने बताया कि 9 सितंबर को नोनहरा थाना पर भाजपा जिला उपाध्याय सियाराम और भाजपा कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन पर बैठे थे. कुछ लोगों को थाना से हटाया गया था. इस दौरान लगी चोट से 11 नवंबर को रुकुंडीपुर गांव के सीताराम उपाध्याय की असामयिक मृत्यु हो गई. घटना के तथ्यों को जानने के लिए जिलाधिकारी गाजीपुर द्वारा एसआईटी टीम गठित की गई है. जांच के निष्कर्ष के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
कहा कि जांच प्रभावित न हो इसके लिए पुलिस अधीक्षक गाजीपुर ने पहले ही थानाध्यक्ष और 6 कांस्टेबल को निलंबित किया गया है. साथ ही 6 अन्य कांस्टेबल को पुलिस लाइन स्थानांतरित कर दिया गया है.