वृंदावन, 13 सितंबर। मथुरा-वृंदावन स्थित बांके बिहारी मंदिर का तोषाखाना (खजाना) 54 साल बाद खुलने जा रहा है। मंदिर की हाई पावर्ड टेंपल मैनेजमेंट कमेटी के आदेश के बाद यह फैसला लिया गया है।
ठाकुरजी के सेवायत, इतिहासकार आचार्य प्रह्लाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि वैष्णव परंपरा के अनुसार वर्ष 1864 में बनाए गए वर्तमान मंदिर के गर्भगृह और ठाकुर बांकेबिहारी के सिंहासन के ठीक नीचे तहखाने में खजाना रखा गया था। इसमें सहस्त्रफ़नी रजत शेषनाग, स्वर्णकलश में नवरत्न थे। वर्ष 1971 में तत्कालीन मंदिर प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष प्यारेलाल गोयल के नेतृत्व में अंतिम बार खोले गए तोषखाने में कीमती आभूषण, गहने आदि निकाले। इसके बाद सामान की सूची बना सील बक्सा भूतेश्वर के बैंक में जमा कर दिया। सूची की प्रतिलिपि समिति के सभी सातों सदस्यों को मिली थी। उसके बाद आज तक उस बक्से को वापस लाने के प्रयास ही नहीं किए गए।
खजाने की दो बार हो चुकी है चोरी
आचार्य प्रह्लाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि खजाने में दो बार चोरी हो चुकी है। यह चोरी ब्रिटिश काल में 1926 और 1936 में हुई थी। इसके बाद चोरी रोकने के लिए तहखाने का मुख्य द्वार बंद कर दिया गया। सामान डालने के लिए एक छोटा मोखा (झरोखा) बनाया था।
दो बार खजाने को खोलने की कोशिश हुई, लेकिन अनुमति नहीं मिली
1971 के बाद खजाने को दो बार खोलने की कोशिश हुई। 2002 में मंदिर के तब के रिसीवर वीरेंद्र कुमार त्यागी ने कमेटी की ओर से खजाना खोलने का आग्रह किया था। फिर साल 2004 में मंदिर प्रशासन ने दूसरी बार खजाना खोलने के लिए कानूनी प्रयास किए। हालांकि, बाद में खजाना खोला नहीं गया था।
क्या हो सकता है?
तोषाखाने में रियासतों के दान किए सिक्के, दान-सेवा पत्र, मोहर सनद (शाही फरमान), भेंट पत्र, पट्टे हो सकते हैं। इसमें अकबर द्वारा मंदिर को दिए आभूषण, रत्न और जमीन के कागजात भी हैं। ये मंदिर के हक, सेवायतों के अधिकारों के लिए बेहद अहम हैं।
मंदिर के समय में बदलाव
मंदिर के समय में बदलाव हुआ है। गर्मियों में सुबह 7 बजे से 7:15 तक आरती। इसके बाद 12:30 तक दर्शन और फिर 12:45 तक आरती होगी। शाम को मंदिर 4:15 से 9:30 तक खुलेगा। 9:30 से 9: 45 तक आरती होगी। सर्दियों में सुबह 8 बजे से 8:15 तक आरती और दोपहर 1:30 तक दर्शन होंगे। इसके बाद 1:45 तक आरती होगी। शाम को 4 बजे से 9 बजे तक दर्शन और 9:15 तक आरती होगी।
VIP पर्ची बंद होगी
VIP पर्ची बंद करने, प्रवेश द्वार से प्रवेश और निकास द्वार से निकास हो इसके लिए SSP से व्यवस्था करने के लिए कहा है। मंदिर में तैनात सभी पुलिसकर्मी और निजी सुरक्षा गार्ड अपने स्थान पर ड्यूटी करें। मंदिर में तैनात वर्तमान सिक्योरिटी को हटाकर अच्छी प्राइवेट सिक्योरिटी या रिटायर्ड सैनिकों वाली सिक्योरिटी एजेंसी की व्यवस्था करने पर भी सहमति बनी।
बांके बिहारी के लाइव दर्शन होंगे
बांके बिहारी के दर्शन लाइव स्ट्रीमिंग पर कराने पर सहमति बनी। इसके अलावा, बांके बिहारी की चल-अचल संपत्ति की डिटेल 15 दिन में समिति के सामने रखी जाएगी। 2013 से 2016 तक के समय की विशेष ऑडिट कराई जाएगी।