प्रयागराज 08 सितंबर। इलाहाबाद हाईकोर्ट को सोमवार को 2 नए जज मिल गए. मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली ने एडवोकेट राजीव लोचन शुक्ल और एडवोकेट अमिताभ कुमार राय को न्यायाधीश पद की शपथ दिलाई. इन दो जजों के शपथ लेने के बाद 160 जजों वाले इलाहाबाद हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस के अलावा न्यायाधीशों की कुल संख्या 86 हो गई. वहीं नए जजों की तैनाती से यूपी की इस सबसे बड़ी अदालत में मुकदमों के निस्तारण में भी तेजी आएगी.
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए 26 नामों की सिफारिश की थी. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने केंद्र सरकार को लिस्ट भेजी थी. इनमें 12 वकील और 14 ज्यूडिशियल अफसर शामिल थे. वकीलों में हाईकोर्ट के अलावा सुप्रीम कोर्ट के भी अधिवक्ता शामिल थे.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में बेहतरीन काम करने वाले जजों की लिस्ट काफी लंबी है. ऐसे कई जज रहे हैं जिन्होंने एक ही दिन में 500 से 700 मुकदमों का निपटारा कर नया रिकॉर्ड बनाया. लंबे समय से न्याय की इंतजार कर रहे वादकारियों को भी न्याय दिलाया. इनमें प्रमुख रूप से जस्टिस बीके नारायण, जस्टिस शशिकांत गुप्ता, जस्टिस रवींद्र, जस्टिस सुधीर अग्रवाल, जस्टिस अरुण टंडन, जस्टिस बीके शुक्ला, जस्टिस तरुण अग्रवाल शामिल रहे हैं. ये सभी जज अब रिटायर हो चुके हैं.
इलाहाबाद हाईकोर्ट में 11.85 लाख केस लंबित हैं. इनमें कई मुकदमे 30 साल से ज्यादा समय से चल रहे हैं. इलाहाबाद हाईकोर्ट में रोज औसतन 1000 नए मुकदमे भी दायर हो रहे हैं. इससे कोर्ट में मुकदमों का अंबार लग गया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट में 160 जजों के पद स्वीकृत हैं. इसकी तुलना में 84 के करीब ही जज काम कर रहे हैं, जबकि कई खाली पड़े हैं. मुकदमों का निस्तारण न होने से वादकारियों को परेशान होना पड़ रहा है.