ग्रेटर नोएडा 18 दिसंबर। दिसंबर में अब कोहरा अपना रूप दिखाने लगा है। कोहरे से सबसे ज्यादा नुकसान सड़कों पर दौड़ रहे ट्रैफिक को होता है। कोहरे के चलते यमुना एक्सप्रेस-वे समेत प्रदेश में कई हादसे हुए हैं। इसको संज्ञान में लेते हुए यूपी सरकार के परिवहन विभाग ने बड़ा फैसला लिया है।
अब सड़कों पर 50 मीटर से कम विजविलटी होने पर रोडवेज और निजी बसों को रोक दिया जाएगा। ड्राइवर टोल प्लाजा या सुरक्षित स्थलों पर बसों को रोक देंगे। यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभाग ने यह फैसला लिया है। परिवहन विभाग ने सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया है। ज्यादा कोहरा होने पर रात में बसों का संचालन बंद किया जाएगा। मजबूरी होने या मध्यम कोहरा होने पर बसों को धीमी गति से चलाया जाएगा, ताकि रास्ता और आगे चल रहे वाहन साफ दिखाई दें।
आदेश जारी करने के पीछे परिवहन विभाग का मानना है कि कोहरे में कोई भी लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन सकती है। कई बार विजिविलिटी इतनी कम हो जाती है कि बगल में डिवाइडर तक नहीं दिखता है। ऐसे में बस के सड़क से नीचे उतर जाती है। विभाग का आदेश प्रमुखता से मथुरा में हुए हादसे से प्रभावित है। हाईवे पर सबसे ज्यादा लापरवाही प्राइवेट बसों की देखी जाती है। मथुरा में एक्सप्रेस वे पर हादसे में करीब 17 लोगों की मौत हो गई है।
कोहरे के चलते विभाग ने ड्राइवरों और कंडक्टरों को निर्देश जारी किए हैं कि ज्यादा कोहरा होने पर बसों को टोल प्लाजा, जन सुविधा केंद्र, विश्राम स्थल या कहीं अन्य सुरक्षित स्थानों पर रोका जाए। जहां यात्रियों की सुरक्षा के साथ ही उनकी सुविधा का भी ध्यान रखा जाए।
कोहरे से प्रभावित कॉरिडोर और दुर्घटना संभावित इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाई जानी चाहिए, और किसी भी इमरजेंसी के लिए एम्बुलेंस, क्रेन और फायर टेंडर की व्यवस्था सही जगहों पर सुनिश्चित की जानी चाहिए। सड़कों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था, जिसमें सोलर हाई-मास्ट लाइट और एंटी-फॉग लाइट शामिल हैं, सुनिश्चित की जानी चाहिए।
सड़कों पर लेन मार्किंग, रिफ्लेक्टर, डेलीनेटर, कैट्स आई और उचित रेट्रो-रिफ्लेक्टिव साइन लगाए जाने चाहिए। सड़क किनारे खड़ी या खराब गाड़ियों को तुरंत हटाने और उन्हें तय सुरक्षित जगहों पर ले जाने के लिए प्रभावी पेट्रोलिंग और क्रेन का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

