लखनऊ, 26 नवंबर। केन्द्रीय निर्वाचन आयोग ने गणना प्रपत्र भरने की प्रक्रिया में बीएलओ के नाम पर ओटीपी मांगे जाने की शिकायतों को गम्भीरता से लिया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि गणना प्रपत्र भरने की प्रक्रिया में ओटीपी का कोई प्रावधान ही नहीं है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान गणना प्रपत्र भरने के लिए कुछ अराजक तत्वों द्वारा बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) या निर्वाचन विभाग का प्रतिनिधि बनकर मतदाताओं से मोबाइल नंबर पर ओटीपी (ओटीपी) मांग रहे हैं। उन्होंने सभी मतदाताओं को स्पष्ट किया कि एसआईआर (एसआईआर) के गणना प्रपत्र को भरने की प्रक्रिया में बीएलओ द्वारा किसी भी प्रकार का ओटीपी नहीं मांगा जा रहा है। ऐसे मामलों में उन्होंने सभी मतदाताओं को पूरी तरह से सतर्क एवं जागरूक रहने की अपील की है।
उन्होंने बताया कि इस प्रकार की गतिविधियां साइबर ठगी या धोखाधड़ी के तहत संदेहास्पद हैं। यदि किसी मतदाता से फोन कॉल, मैसेज या अन्य माध्यम से ओटीपी मांगने का प्रयास किया जाता है तो ऐसी कॉल पर ध्यान न दिया जाए, न ही ओटीपी साझा करें तथा ऐसी कॉल को तुरंत अस्वीकार कर दें। उन्होंने स्पष्ट किया है कि एसआईआर कार्य में लगे बीएलओ मतदाताओं के घर-घर जाकर गणना प्रपत्र के वितरण एवं संग्रह का कार्य कर रहे हैं। गणना प्रपत्र भरने में भी सहयोग कर रहे है, मतदाता स्वयं भी गणना प्रपत्र भरकर अपने बीएलओ को उपलब्ध करा सकते हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि एसआईआर संबंधी प्रक्रिया में ओटीपी या लिंक की कोई आवश्यकता नहीं है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी मतदाताओं को भी जागरुक करते हुए अपील की है कि एसआईआर के दौरान सतर्क रहेंएवं किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न देते हुए अपने बीएलओ से ही संपर्क करें।
मतदाता सहयोग करें
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि गणना प्रपत्रों के संग्रह एवं डिजिटाइजेशन के कार्यों में लगे बीएलओ एवं अन्य कार्मिकों का मनोबल बढ़ाते हुए एसआईआर के कार्यों में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि गणना प्रपत्र भरने के लिए मतदाताओं को जागरुक करें और उनका सहयोग करें।
यूपी में 5.25 करोड़ प्रपत्र डिजीटाइज्ड
उत्तर प्रदेश में बीएलओ द्वारा अब तक 5.25 करोड़ से अधिक गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन पूरा किया जा चुका है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि प्रदेश में 15.44 करोड़ से अधिक मतदाताओं के गणना प्रपत्रों का वितरण, संग्रह एवं डिजिटाइजेशन का कार्य 1.62 लाख से अधिक बूथों पर किया जा रहा है।
प्रदेश में 25 नवबंर तक 5.25 करोड़ से अधिक गणना प्रपत्रों का डिजिटाइजेशन बीएलओ द्वारा किया जा चुका है, इसके लिए 1,62,486 बीएलओ कार्य कर रहे हैं। मतदाताओं द्वारा आगामी चार दिसंबर तक गणना प्रपत्रों को भरकर अपने बीएलओ को देना है। उन्होंने समस्त मतदाताओं से एसआईआर प्रक्रिया में पूर्ण उत्साह के साथ भाग लेने एवं अपने बीएलओ का सहयोग करने की अपील की।उन्होंने बताया कि मतदाता सूची को शुद्ध बनाने के लिए चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) से मतदाताओं में उत्साह होने तथा बीएलए के सहयोग एवं बीएलओ की कर्तव्य निष्ठा से कई मतदेय स्थलों पर गणना प्रपत्रों का वितरण, संग्रह एवं डिजिटाइजेशन का कार्य आज तक शत् प्रतिशत पूर्ण किया जा चुका है।
प्रक्रिया को तीन माह बढ़ाया जाए: सपा
समाजवादी पार्टी ने एसआईआर प्रक्रिया को नए सिरे से नियमानुसार कराने के लिए 9 दिसंबर को तय मतदाता सूची के प्रकाशन की तिथि तीन माह के लिए बढ़ाने की मांग की है। सपा ने मंगलवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन देकर एसआईआर की खामियां का जिक्र के आधार पर समय बढ़ाने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि जिला निर्वाचन अधिकारियों, अपर जिलाधिकारी निर्वाचन और एसडीएम यानी ईआरओ द्वारा बीएलओ पर दबाव बनाकर मतदाताओं के गणना प्रपत्र को थर्ड ऑप्शन में सबमिट कराया जा रहा है।

