लखनऊ 14 नवंबर। अभी तक दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट न पहनने पर कई बार चालान तो हो जाता था, लेकिन ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंशन की कार्रवाई काफी कम होती थी. वाहन चालक इसका भरपूर फायदा उठते थे. कई कई बार चालान होने पर भी उनका लाइसेंस सस्पेंड नहीं होता था. अब ऐसा नहीं हो पाएगा. पहली बार में ही वाहन चालक और पीलियन राइडर हेलमेट नहीं लगाते हुए पाए जाएंगे तो ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई कर दी जाएगी. उत्तर प्रदेश के परिवहन आयुक्त की तरफ से जल्द ही ये आदेश जारी होने जा रहा है. विभिन्न धाराओं में ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा. हाल ही में प्रदेश के विभिन्न परिवहन अधिकारियों के डीएल सस्पेंशन की कार्रवाई की समीक्षा परिवहन आयुक्त ने की तो पाया कि कई जिले ऐसे हैं जिनमें अब तक लाइसेंस सस्पेंशन की कभी कार्रवाई ही नहीं की गई. अब इन जिलों के जिम्मेदार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की तैयारी है.
देश भर में उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है जहां पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं होती हैं और लोगों की मौतें भी होती हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर बार मंच से संबोधित करते हुए कहते हैं कि हमें दुर्घटनाओं का आंकड़ा 50% से कम लाना है, लेकिन दुर्घटनाओं के आंकड़े घटने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं. जो चिंता का सबब बन रहा है. ऐसे में अब परिवहन विभाग बहुत ही सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रहा है. परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि अब दो पहिया वाहन पर सवार होने वाले पीलियन राइडर को भी हेलमेट लगाना अनिवार्य किया जाएगा. वाहन चालक अगर हेलमेट नहीं पहना होगा तो पहली बार में ही उसके लाइसेंस निलंबन के करवाई की जाएगी. हेलमेट न पहनने का जुर्माना तो भरना ही होगा, तीन माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस से भी हाथ धोना पड़ेगा.
परिवहन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि जागरूकता के साथ-साथ कार्रवाई भी जरूरी है. ऐसे में ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन जैसे से सख्त कदम उठाए जाएंगे. एडिशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (रोड सेफ्टी) मयंक ज्योति का कहना है कि हाल ही में दो पहिया वाहन चालकों के चालानों और लाइसेंस निलंबन की समीक्षा की गई तो सामने आया कि कई ऐसे जिले हैं जहां पर अधिकारियों ने चालान तो किया, लेकिन नियमों का उल्लंघन करने पर वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित नहीं किए. जिन जिलों में एक भी लाइसेंस सस्पेंड नहीं किया गया है उन जिलों के परिवहन अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा.
ऐसे वाहनों के रजिस्ट्रेशन हुए सस्पेंड
बीते अगस्त माह में यातायात विभाग की तरफ से लखनऊ के ऐसे 10 बाइकर्स की सूची जारी की गई थी जो नियमों का उल्लंघन करने के आदी थे. इनके 100 से लेकर 127 चालान तक किए जा चुके थे, लेकिन लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई नहीं हुई थी. वाहन का रजिस्ट्रेशन भी सस्पेंड नहीं हुआ. ट्रैफिक डिपार्टमेंट की तरफ से ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को ऐसे वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित करने के साथ वाहन का रजिस्ट्रेशन भी सस्पेंड करने के लिए पत्र भेजा गया था. इनमें से कई वाहन चालकों के लाइसेंस निलंबित किए गए और वाहनों का रजिस्ट्रेशन भी सस्पेंड किया गया.
यूपी में कितने डीएल निरस्त करने के लिए चिह्नित
यातायात विभाग की तरफ से परिवहन विभाग को एक पत्र भेजा गया जिसमें तीन लाख वाहन चालक मल्टीपल नियमों का उल्लंघन करते हुए पाए जाने का जिक्र किया गया था. करीब चार हजार करोड़ का जुर्माना भी नहीं भरने की बात कही गई. इनका पंजीकरण और ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने का अनुरोध किया गया था. इसके बाद अब परिवहन विभाग ने इन सभी वाहन चालकों को नोटिस भेजी थी. यूपी में कुल 58,893 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त करने के लिए चिन्हित किया था. लखनऊ में भी ऐसे 25000 वाहन चालक थे जो नियमों के उल्लंघन करने के दायरे में आए थे. इन सभी को नोटिस भेजने का सिलसिला शुरू किया गया है. जवाब नहीं आने पर ऐसे वाहन का पंजीकरण निरस्त करने और वाहन चालक का ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड करने की कार्रवाई होगी.

