लखनऊ 01 नवंबर। उत्तर प्रदेश में जल्द ही एक नया और आधुनिक एक्सप्रेस-वे बनकर तैयार होने जा रहा है, जो राज्य का पहला इलेक्ट्रिक व्हीकल (ई-व्हीकल) फ्रेंडली होगा. गंगा एक्सप्रेस-वे से इसका आगाज होगा. यह प्रयागराज से मेरठ तक फैला होगा और इस पर ई-व्हीकल को चार्ज करने की सुविधा 15 अलग-अलग जगहों पर उपलब्ध होगी. इससे यूपी में पहली बार ई-व्हीकल एक्सप्रेस-वे पर रफ्तार से दौड़ सकेंगे.
यूपीडा के ACEO श्रीहरि प्रताप सिंह बताते हैं कि रिचार्जिंग स्टेशन सभी एक्सप्रेस-वे पर बनाए जा रहे हैं. गंगा एक्सप्रेस-वे पर इसके उद्घाटन के साथ ही उपलब्ध हो जाएंगे. जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग की व्यवस्था होगी. आसानी से इलेक्ट्रिक वाहन रफ्तार भर सकेंगे.
उन्होंने बताया कि गंगा एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई लगभग 594 किलोमीटर होगी. यह उत्तर प्रदेश के 12 जिलों से गुजरेगा, जिनमें प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, फतेहपुर, रायबरेली, उन्नाव, लखनऊ, हरदोई, शाहजहांपुर, फर्रुखाबाद, कन्नौज और मेरठ शामिल हैं.
इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) कर रही है. परियोजना की अनुमानित लागत करीब 36 हजार करोड़ रुपए है. यह एक्सप्रेस-वे छह लेन का होगा, जिसे बाद में आठ लेन तक बढ़ाया जा सकेगा.
श्रीहरि प्रताप सिंह ने बताया कि इससे यातायात तेज होगा और समय की बचत होगी. इस एक्सप्रेस-वे की सबसे खास बात ई-व्हीकल चार्जिंग सुविधा है. सभी प्लाजा पर दर्जनों चार्जिंग प्वाइंट लगाए जाएंगे. कुल 15 जगहों पर यह सुविधा मिलेगी, जहां ड्राइवर अपनी ई-कार या अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों को आसानी से चार्ज कर सकेंगे. ये प्लाजा बीच-बीच में बनाए जाएंगे ताकि लंबी यात्रा के दौरान बैटरी खत्म होने की चिंता न हो.
चार्जिंग स्टेशन आधुनिक तकनीक से लैस होंगे, जो तेज चार्जिंग प्रदान करेंगे. इससे ई-व्हीकल यूजर्स को लंबी दूरी तय करने में आसानी होगी. उत्तर प्रदेश सरकार का कहना है कि यह सुविधा राज्य में ई-व्हीकल को बढ़ावा देगी. आजकल पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ रही हैं और प्रदूषण एक बड़ी समस्या है. ई-व्हीकल इससे मुक्ति दिलाते हैं.
सरकार ने ई-व्हीकल पॉलिसी भी लागू की है, जिसमें सब्सिडी और टैक्स छूट दी जाती है. गंगा एक्सप्रेस-वे पर चार्जिंग पॉइंट लगने से लोग बेझिझक ई-व्हीकल खरीदेंगे और इस्तेमाल करेंगे. इससे कार्बन उत्सर्जन कम होगा और हवा साफ रहेगी.
यह एक्सप्रेस-वे न सिर्फ ई-व्हीकल फ्रेंडली होगा, बल्कि अन्य सुविधाओं से भी भरपूर होगा. इसमें रेस्टोरेंट, फ्यूल स्टेशन, अस्पताल, पुलिस चौकी और हेलीपैड जैसी चीजें होंगी. यात्रियों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे, एम्बुलेंस और टोल प्लाजा लगाए जाएंगे.
एक्सप्रेस-वे के किनारे हरियाली और पौधरोपण किया जाएगा. इससे पर्यावरण को फायदा होगा. परियोजना के तहत निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. दिसंबर 2026 तक इसका उद्घाटन होने की उम्मीद है.

