लखनऊ 24 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश पुलिस को नया पुलिस महानिदेशक (डीजी) मिलने जा रहा है। 1994 बैच के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी सुजीत पांडेय आगामी 1 दिसंबर को प्रदेश के सर्वोच्च पुलिस पद का कार्यभार संभालेंगे। वर्तमान में वो लखनऊ जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के रूप में कार्यरत हैं। वह पुलिस महकमे में ‘आयरन ऑफिसर’ के रूप में मशहूर हैं
IPS सुजीत पांडेय ने पुलिस सेवा के दौरान राज्य और राष्ट्रीय, दोनों स्तरों पर कई अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं। वह प्रयागराज जोन के एडीजी रह चुके हैं, वहीं लखनऊ जोन और पीएसी मुख्यालय में भी उन्होंने अपनी कार्यकुशलता से संगठन को नई दिशा दी। जनवरी 2020 में लखनऊ के पहले पुलिस आयुक्त के रूप में उनकी नियुक्ति हुई, जो न केवल उनके करियर की ऐतिहासिक उपलब्धि रही बल्कि प्रदेश की पुलिसिंग व्यवस्था के लिए भी एक नया अध्याय साबित हुई।
राष्ट्रीय स्तर पर भी पांडेय की पहचान एक सशक्त और परिणामोन्मुख अधिकारी की रही है। उन्हें भारत सरकार में डीजी/डीजी-समकक्ष पद के लिए चयनित किया गया था, जो उनकी पेशेवर प्रतिष्ठा का प्रमाण है। केंद्र सरकार में प्रतिनियुक्ति के दौरान उन्होंने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) में भी कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं। इस दौरान वे गाजियाबाद स्थित सीबीआई अकादमी के निदेशक रहे, साथ ही मुंबई में पुलिस अधीक्षक (SP) के रूप में भी उल्लेखनीय सेवाएं दीं।
ये होंगी चुनौती?
राज्य स्तर पर उनकी कार्यशैली हमेशा कानून-व्यवस्था को प्राथमिकता, फील्ड में सक्रियता, और टीमवर्क के जरिए परिणाम हासिल करने की रही है। लखनऊ में बतौर पुलिस कमिश्नर उन्होंने न केवल अपराध नियंत्रण में सुधार किया बल्कि पुलिसिंग में तकनीक और जनसहभागिता के नए आयाम जोड़े। डीजी पद पर प्रमोशन के बाद उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती प्रदेश में बदलते अपराध के स्वरूप और साइबर अपराध जैसे आधुनिक खतरे होंगे। पुलिस मुख्यालय में अधिकारियों का मानना है कि उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस को नई दिशा और सख्त लेकिन संवेदनशील छवि मिलेगी।

