गांधीनगर 09 अक्टूबर। गुजरात की राजधानी गांधी के बहियाल में गरबा के दौरान पथराव, पुलिस पर हमला और दुकानों में आगजनी की गंभीर घटनाओं के बाद प्रशासन ने कानून का सख्ती से पालन करने के लिए आज सुबह से ही गांव के मुख्य मार्ग पर अवैध रूप से बनाए गए तटबंधों को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्रशासन ने पूरे इलाके के लगभग 190 अवैध कब्जेदारों को नोटिस जारी किए थे। उन्हें दो दिनों के भीतर निर्माण संबंधी साक्ष्य प्रस्तुत करने की अंतिम तारीख दी गई थी।
इसकी समय सीमा बुधवार शाम को समाप्त हो गई। इस अवधि के दौरान एक भी अवैध कब्जेदार ने सड़क एवं भवन विभाग, दहेगाम और न ही कैपिटल प्लानिंग सब-डिवीजन के उप-कार्यकारी अभियंता को निर्माण संबंधी साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए। इस वजह से आज सुबह से ही कड़ी पुलिस सुरक्षा के साथ अवैध कब्जेदारों को गिराने का काम शुरू कर दिया गया।
बहियाल गांव में तोड़फोड़ अभियान चल रहा है। गांधीनगर के एसपी रवि तेजा वासमशेट्टी ने बताया, “कुल 186 व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। तोड़फोड़ अभियान के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एसडीएम, पंचायत अधिकारी और 300 पुलिसकर्मी मौजूद हैं। हमने कुछ दिन पहले हुई पथराव की घटना में शामिल लोगों की व्यावसायिक संपत्तियों की पहचान कर ली है और आज उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।”
डिप्टी इंजीनियर अक्षय पटेल ने जानकारी दी है, “यहां आर एंड बी राज्य की सड़क पर स्थायी और अस्थायी, दोनों तरह के 135 अतिक्रमण हैं. सड़क पर 18 मीटर का राइट ऑफ वे (आरओडब्ल्यू) है. इन अतिक्रमणों को हटाने की प्रक्रिया जारी है. आज पूरे 18 मीटर का आरओडब्ल्यू पूरी तरह से साफ कर दिया जाएगा”
रायपुर घामिज करोली रोड पर कुल 190 अतिक्रमणकारियों में से 135 और हाथीजन से बहियाल रोड पर 51 अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं।
अधिकारी बुलडोजर की मदद से अतिक्रमण हटाने का काम कर रहे हैं। हिंसक घटना की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 83 लोगों के खिलाफ नामजद और 200 लोगों के खिलाफ भीड़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अब तक 66 से ज़्यादा संदिग्धों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।