लखनऊ 24 अप्रैल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रियल एस्टेट कंपनी तुलसियानी ग्रुप के लखनऊ, प्रयागराज, नोएडा, दिल्ली और हरियाणा में स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है. तुलसियानी ग्रुप पर निवेशकों और बैंक के करोड़ों रुपए हड़पने का आरोप है. ईडी ने दिसंबर 2023 को कंपनी के खिलाफ मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू की थी.
दरअसल, लखनऊ में सैकड़ों निवेशकों ने तुलसियानी ग्रुप के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई थी. इसके अलावा ग्रुप पर पंजाब नेशनल बैंक की कर्ज की रकम भी हड़पने का आरोप है. इसी को लेकर ईडी जांच कर रही है. ग्रुप ने फर्जी दस्तावेज लगाकर पीएनबी से 4.63 करोड़ रुपये लोन लिया था. जब बैंक ने कर्ज वसूली के लिए पत्राचार किया तो बिल्डर की ओर से कोई भी जवाब नहीं भेजा गया. जिसके बाद बैंक मैनेजर की शिकायत पर तुलसियानी ग्रुप के निदेशक महेश तुलसियानी, अनिल कुमार तुलसियानी और पूर्व निदेशकों पर हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था.
वहीं, निवेशकों के करोड़ों रुपये हड़पने के आरोप में लखनऊ पुलिस ने अजय तुलसियानी और अनिल कुमार तुलसियानी को गिरफ्तार किया था। ईडी की प्रारंभिक पड़ताल में निवेशकों और बैंक की 30 करोड़ से अधिक रकम हड़पने की पुष्टि होने के बाद सुबूत जुटाने के लिए बुधवार को छापे मारे गए हैं।
बता दें कि तुलसियानी बिल्डर लुभावनी स्कीम के जरिए लोगों को फ्लैट देने का वादा कर रकम जमा करा रहा था, जबकि उसके पास फ्लैट तो दूर की बात जमीन तक नहीं थी। कंपनी के निदेशक राजधानी में अंसल की सुशांत गोल्फ सिटी में फ्लैट बनाने का झांसा देकर रकम जमा कराते थे।
फ्लैट नहीं मिलने पर बीते पांच वर्षों के दौरान दर्जनों निवेशकों ने तुलसियानी बिल्डर के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए हैं। बाद में बिल्डर ने सुशांत गोल्फ सिटी में फ्लैट बनवाए मगर निवेशकों को कब्जा देने में टालमटोल करता रहा। रेरा में इसकी शिकायत होने पर तीन फ्लैट जब्त किए गए थे।