कोलकाता 04 सितंबर। बंगाल विधानसभा में चल रहे तीन दिनों के विशेष सत्र के तीसरे और आखिरी दिन हंगामा और झड़प देखने को मिली। हंगामे के बाद बीजेपी ने राज्य की ममता सरकार को जमकर घेरा है। जानकारी के अनुसार, सदन में कार्यवाही के दौरान बीजेपी और टीएमसी विधायक आमने सामने आ गए। मामला इतना बढ़ा की खुद सीएम ममता को विधायकों को शांत कराने के लिए आना पड़ा।
इस बीच खबर है कि भाजपा के चीफ व्हिप शंकर घोष को विधानसभा की कार्रवाही से निलंबित कर दिया गया है। उनके अलावा बीजेपी के 4 और विधायकों को भी सस्पेंड कर दिया गया। हंगामे के बीच शंकर घोष की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें तुरंत मेडिकल सहायता दी गई।
हंगामे के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने विधानसभा में बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने बीजेपी को ‘वोट चोरों की पार्टी’ करार दिया और कहा, ‘बीजेपी देश के लिए एक कलंक है। ये लोग बंगाली भाषा और बंगाल की संस्कृति पर हमला कर रहे हैं। बंगाल के लोगों ने आजादी की लड़ाई में अपना खून बहाया था, तब बीजेपी का जन्म भी नहीं हुआ था।’
ममता ने बीजेपी पर बंगाल और बंगालियों के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘ये लोग बंगालियों के साथ अत्याचार कर रहे हैं। संसद में हमने देखा कि कैसे बीजेपी ने हमारे सांसदों को CISF के जरिए परेशान किया। मैं कहती हूं, एक दिन आएगा जब बंगाल की जनता बीजेपी को वोट नहीं देगी और विधानसभा में इनका एक भी विधायक नहीं बचेगा।’
बीजेपी विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि आज पश्चिम बंगाल विधानसभा में लोकतंत्र की हत्यारी ममता और उनके सहयोगी प्रशासन द्वारा लोकतंत्र की हत्या कर दी गई।
इन विधायकों को किया सस्पेंड
बंकिम घोष, अशोक डिंडा, अग्निमित्र पाल, शंकर घोष, मिहिर गोस्वामी