मुंबई, 21 अक्टूबर। वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला अब फिल्म निर्माता करण जौहर की धर्मा प्रोडक्शंस कंपनी के हिस्सेदार हो गए हैं। खबर है कि उन्होंने धर्मा प्रोडक्शंस के 50 फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। पूनावला ने 1000 करोड़ रुपये में यह डील की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस करार के तहत फिल्म एंड टेलिविजन प्रोडक्शन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी धर्मा प्रॉडक्शंस का वैल्यूएशन करीब 2000 करोड़ रुपये किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अदार यह निवेश अपनी पर्सनल कैपेसिटी में कर रहे हैं। वे धर्मा प्रोडक्शंस के 50 प्रतिशत के हिस्सेदार बन गए हैं।
करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन में प्रमुख हिस्सेदारी हासिल करने की दौड़ में अदार पूनावाला ने रिलायंस और सारेगामा को पीछे छोड़ दिया है। पूनावाला ने धर्मा का 50 फीसदी हिस्सा लिया है, शेष 50 फीसदी पर करण जौहर का स्वामित्व रहेगा। इस डील के विषय में टिप्पणी करते हुए करण जौहर ने कहा, शुरुआत से ही धर्मा प्रोडक्शंस दिल छू लेने वाली कहानी कहने का पर्याय रहा है, जो भारतीय संस्कृति के सार को दर्शाता है। मेरे पिता ने ऐसी फिल्में बनाने का सपना देखा था, जो एक स्थायी प्रभाव छोड़ें और मैंने अपना करियर उस नजरिए को विस्तार देने के लिए समर्पित किया। आज, जब हम अदार साथ मिलकर काम कर रहे हैं, तो हम धर्मा की विरासत को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए तैयार हैं।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने निवेश पर कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हम धर्मा का निर्माण तथा विकास करेंगे और आने वाले वर्षों में इसे और भी ऊंचाइयों तक ले जाएंगे.’ करण जौहर ने सेरेन प्रोडक्शंस के निवेश पर कहा, ‘यह साझेदारी हमारी भावनात्मक कहानी पेश करने की क्षमता तथा दूरदर्शी व्यावसायिक रणनीतियों का आदर्श मेल है.’ अपूर्व मेहता ने कहा, ‘इस निवेश से हमें कंटेंट के निर्माण और डिस्ट्रीब्यूशन में नए रास्ते तलाशने के मौके मिलेंगे. इससे भारतीय एंटरटेनमेंट जगत का स्तर ऊपर उठेगा.’
बताते चले कि धर्मा प्रोडक्शन की स्थापना साल 1976 में करण जौहर के पिता यश जौहर ने की थी. शुरुआती सफल फिल्मों में ‘दोस्ताना’ (1980) और ‘अग्निपथ’ (1990) जैसी हिट फिल्में शामिल थीं. 1990 के दशक में फिल्म ने गुमराह (1993), डुप्लीकेट (1998), कुछ-कुछ होता है (1998) जैसी सुपरहिट फिल्में दी थी. करण जौहर ने कुछ-कुछ होता है, कभी खुशी-कभी गम, कभी अलविदा न कहना, माय नेम इज खान, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, ए दिल है मुश्किल, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी डायरेक्ट की है. इनमें से ज्यादा फिल्में सुपरहिट रही हैं.