भदोही 24 नवंबर। जिले की एक कालीन कंपनी में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब डाइंग हाउस के केबिन में उतरकर मोटर ठीक करने गए तीन मैकेनिकों की जहरीली गैस के कारण मौत हो गई। घटना से पूरे क्षेत्र में शोक और दहशत का माहौल है।
दयालापुर निवासी शितला मिश्र (55), सहसेपुर के शिवम् दुबे (32) और मध्यप्रदेश के राजकिशोर तिवारी (52), औराई स्थित एक कालीन कंपनी में इलेक्ट्रिशियन व मोटर मैकेनिक थे। डाइंग हाउस में बिगड़ी मोटर को ठीक करने के लिए केबिन में उतरे थे। बताया जा रहा है कि केबिन में कुछ समय पहले वॉशिंग और ई.टी.पी. प्लांट से जुड़ी प्रक्रिया के दौरान जहरीली गैस भर गई थी।
चीख-पुकार सुनते ही कर्मचारी नीचे भागे और तीनों को निकालकर अस्पताल ले गए। लेकिन डॉक्टरों ने पहुंचते ही तीनों को मृत घोषित कर दिया। जैसे ही खबर फैली, फैक्ट्री परिसर में हड़कंप मच गया।
घटना के बाद कर्मचारियों में सवाल उठ रहे हैं कि केबिन में गैस भरने की जानकारी क्यों नहीं मिली?क्या गैस सेंसर या चेतावनी अलार्म मौजूद नहीं था?क्या अंदर जाने से पहले सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं हुआ?
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। फैक्ट्री प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है और घटना की जांच जारी है और गैस लीकेज के कारणों का पता लगाया जा रहा है। हादसे के बाद फैक्ट्री कर्मियों में आक्रोश व दहशत फैल गई है। तीनों मृतकों के परिवारों में मातम पसरा है। वहीं फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारी सदमे में हैं। लोगों का कहना है कि यह हादसा लापरवाही का नतीजा हो सकता है और जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।

