नोएडा 15 नवंबर। नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे किनारे सेक्टर-82 कट के पास मिले महिला के सिर व हाथ कटे शव की शिनाख्त कर पुलिस ने हत्या का खुलासा कर दिया है। शव मिलने के नौवें दिन महिला की शिनाख्त बरौला निवासी प्रीति यादव (33) के रूप में हुई है।
पुलिस के मुताबिक प्रीति के प्रेमी मूल रूप से एटा के जैथरा निवासी बस चालक मोनू सिंह ने उसकी हत्या की थी। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी और मृतका दोनों शादीशुदा थे। पूछताछ में आरोपी ने रुपये के लेनदेन में विवाद, साथ रहने के लिए दबाव बनाने और बेटियों का भविष्य बिगाड़ने की धमकी की वजह से वारदात की बात कबूली है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि बुधवार 5 नवंबर की शाम मोनू ने प्रीति को मिलने के लिए बुलाया। वह उसे बस में बैठाकर सेक्टर-49 बरौला से सेक्टर-105 ले गया। बस में हुए झगड़े के दौरान उसने वहीं रखे गड़ासे से गर्दन पर वार कर प्रीति की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव के टुकड़े किए।
नोएडा सेक्टर-82 कट के पास नाले में महिला का धड़ फेंक दिया। जबकि सिर, हाथ और कपड़े गाजियबाद में रेलवे लाइन पर ले जाकर फेंक दिए। शुक्रवार को डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने सेक्टर-14 ए में आयोजित प्रेस-कांफ्रेंस में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि प्रीति यादव और आरोपी मोनू सिंह दोनों बरौला में किराये पर अलग-अलग रहते थे। करीब दो साल पहले प्रीति और मोनू की मां जींस फैक्ट्री में साथ नौकरी करती थीं। इस दौरान दोनों में जान पहचान हुई। प्रीति के तीन बच्चे हैं वह पति से अलग रह रही थी।
उसके घर से करीब 700 मीटर दूर मोनू अपनी पत्नी, मां व तीन बच्चों के साथ रहता है। इन दिनों मोनू एक आश्रम की बस चला रहा था। दोनों का ही एक दूसरे के घर पारिवारिक आना-जाना था। इस दौरान प्रीति और मोनू करीब आ गए।
आरोपी मोनू ने बताया है कि प्रीति हर महीने रुपये मांगती थी। पत्नी और बच्चों को छोड़कर साथ में आकर रहने के लिए दबाव बना रही थी। ऐसा नहीं करने पर महिला मोनू की दोनों बेटियों का भविष्य बिगाड़ने की धमकी देती थी।
पुलिस के अनुसार, पांच नवंबर की रात लगभग 8:30 बजे मोनू ने अपनी बस में प्रीति को बैठाया। बस के अंदर ही उसने चाकू से उसकी गर्दन और हाथ काट दिए। हत्या के बाद उसने शव को दो हिस्सों में बाँट दिया। आधा धड़ नोएडा के नाले में फेंक दिया गया, जहाँ पुलिस को 6 नवंबर को सिर कटी लाश मिली।बाकी हिस्से सिर और हाथ वह बस में लेकर गाजियाबाद पहुँचा। गाजियाबाद के पटेल नगर थाना क्षेत्र में उसने सिर और हाथ पर कई बार बस चढ़ाई ताकि पहचान पूरी तरह मिट जाए। इसके बाद उसने हत्या में इस्तेमाल किया गया छूरा वहीं फेंक दिया, ताकि कोई सुराग न बचे।
जांच में सामने आया कि प्रीति आरोपी पर दबाव बना रही थी कि वह अपनी पत्नी को छोड़कर उसके साथ रहे। साथ ही पुराने लेनदेन और आर्थिक विवाद को लेकर दोनों में कई बार झगड़े भी होते थे। इसी तनाव और दबाव से छुटकारा पाने के लिए मोनू ने यह खौफनाक कदम उठाया।
पुलिस अब हत्या में इस्तेमाल बस, फेंके गए हथियार और अन्य सबूतों को संग्रहित कर रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पूरे घटनाक्रम को जोड़कर हत्या की साजिश का खुलासा किया जा रहा है।

