लखनऊ 08 सितंबर। यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा समूह ‘ग’ के पदों पर भर्ती के लिए आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में 31 अभ्यर्थियों को पकड़ा गया है। प्रयागराज में तीन, अलीगढ़, बुलंदशहर, गाजियाबाद, जालौन, लखनऊ, मथुरा, मिर्जापुर व सहारनपुर में दो-दो, आगरा, अंबेडकरनगर, अयोध्या, गौतमबुद्ध नगर, गाजीपुर, हापुड़, झांसी, कन्नौज, कानपुर नगर, संत रविदास नगर, शाहजहांपुर-वाराणसी में एक-एक अभ्यर्थियों को पकड़ा गया है। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। पीईटी प्रदेश के 48 जिलों के 1479 केंद्रों पर चार पालियों में शनिवार-रविवार को हुई । इनमें 76.70% अभ्यर्थी उपस्थित रहे ।
बुलंदशहर में अंतिम दिन दो मुन्नाभाई जांच में पकड़ में आए। दोनों किसी दूसरे के नाम पर परीक्षा देकर चले गए थे। वर्ष 2023 में भी यह किसी दूसरे के नाम पर परीक्षा देते हुए पकड़े गए थे। परीक्षा एजेंसी को शक हुआ तो उन्होंने आयोग से परीक्षार्थियों की रिपोर्ट मंगवाई तो इस बात का खुलासा हुआ। दोनों आरोपी फर्रुखाबाद के निवासी हैं। सहारनपुर में पीईटी के लिए केंद्र पर आए अभ्यर्थी का आधार कार्ड और एडमिट कार्ड में नाम अलग-अलग मिले। वहीं हापुड़ में सहारनपुर निवासी छात्र को पकड़ा गया है। उसने मेरठ और फिर हापुड़ में आधार में गड़बड़ी कर दो बार परीक्षा दी है। दोनों मामलो में मुकदमा दर्ज किया गया है।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा आयोजित प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी-2025) रविवार को प्रदेश के 48 जनपदों में शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग से संपन्न हुई. चार पालियों में आयोजित इस परीक्षा के लिए 1,479 केंद्र बनाए गए थे, जिसमें कुल 25.31 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था. इनमें से 19.41 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए, जबकि 5.90 लाख अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. इस प्रकार, परीक्षा में कुल 76.70 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज की गई.
परीक्षा के सुचारु संचालन के लिए व्यापक प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्थाएं की गई थीं. कुल 2,958 मजिस्ट्रेट और 1.64 लाख कार्मिकों को तैनात किया गया था. इसके अतिरिक्त, 35,259 सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सभी केंद्रों की कड़ी निगरानी की गई. आयोग मुख्यालय और जिला स्तर पर स्थापित सीसीटीवी कंट्रोल रूम के जरिए लाइव निगरानी सुनिश्चित की गई, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता बनी रही.