नई दिल्ली 12 नवंबर। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने सोने के साथ-साथ चांदी को गिरवी रखकर ऋण लेने की मंजूरी दे दी है। इसके लिए नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं, जो एक अप्रैल 2026 से लागू होंगे। ऐसे में अब लोग सोने के साथ चांदी के गहनों पर भी कर्ज ले सकेंगे।
वर्तमान में कुछ सहकारी बैंक और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियां यह सुविधा दे रहे थे लेकिन उन पर कोई नियमन नहीं था। अब आरबीआई ने इस पर सख्त और स्पष्ट नियम बनाए हैं। इसके बाद सभी वाणिज्यिक, सहकारी और ग्रामीण क्षेत्रीय बैंकों समेत स्मॉल फाइनेंस बैंक भी ऋण दे सकेंगे। आरबीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऋण केवल चांदी के गहनों या सिक्कों को गिरवी रखने पर ही मिलेगा। शुद्ध चांदी, सिल्वर ईटीएफ या म्यूचुअल फंड्स जैसी निवेश योजनाओं पर लोन नहीं दिया जाएगा। आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि पूरा ऋण चुकाने के बाद सात कार्यदिवस के भीतर ग्राहक को गिरवी चांदी वापिस कर दी जाएगी। अगर बैंक की गलती से इसमें देरी होती है तो 5,000 रुपये रोजाना की दर से ग्राहक को मुआवजा अदा किया जाएगा। अगर ज्वेलरी को किसी भी तरह का नुकसान होता है या वजन या शुद्धता में कमी पाई जाती है, तो बैंक उसकी पूरी भरपाई करेगा। आरबीआई ने यह भी साफ किया है कि शुद्ध चांदी या सोने (बुलियन) के बदले कर्ज नहीं मिलेगा, बल्कि केवल आभूषणों और सिक्कों के बदले ही लोन दिया जाएगा।
कर्ज न चुकाने पर क्या होगा
● बैंक गहनों या चांदी की नीलामी कर सकता है।
● इसके लिए पहले ग्राहक को नोटिस दिया जाएगा।
● अगर ग्राहक संपर्क में नहीं है, तो पब्लिक नोटिस जारी किया जाएगा।
● इसके लिए एक महीने का समय दिया जाएगा।
कितनी चांदी गिरवी रख सकेंगे
दिशा-निर्देशों के अनुसार, एक ग्राहक अधिकतम 10 किलोग्राम चांदी के आभूषण और 500 ग्राम तक चांदी के सिक्के गिरवी रखकर लोन प्राप्त कर सकता है। इससे अधिक मात्रा गिरवी रखने की अनुमति नहीं होगी। इस सीमा से अधिक वजन के गहनों या सिक्कों पर कर्ज नहीं लिया जा सकेगा।
ऐसे होगा मूल्यांकन
लोन की रकम तय करने के लिए लोन-टू-वैल्यू अनुपात लागू रहेगा। यानी, चांदी के मौजूदा बाजार मूल्य के अनुसार ही लोन मिलेगा। बैंक या एनबीएफसी पिछले 30 दिनों का औसत बंद मूल्य या पिछले दिन की बंद कीमत में से जो कम हो, उसे आधार मानेंगे। यह कीमत इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन या किसी मान्यता प्राप्त कमोडिटी एक्सचेंज की जारी दर पर आधारित होगा। गहनों में लगे स्टोन या अन्य मेटल का मूल्य इसमें नहीं जोड़ा जाएगा।
कितनी रकम तक लोन मिलेगा
- 2.5 लाख रुपये की वैल्यू पर 85% तक
- 2.5 से 5 लाख रुपये तक की वैल्यू पर 80% तक
- 5 लाख रुपये से अधिक की वैल्यू पर 75% तक
उदाहरण : किसी ग्राहक के पार एक लाख रुपये की चांदी है, तो उस पर अधिकतम 85,000 रुपये तक का लोन मिल सकता है।
लोन लेने का तरीका
- कर्ज लेने वाले व्यक्ति की मौजूदगी में गहनों या चांदी की जांच की जाएगी।
- बैंक प्रमाणित मूल्यांकन रिपोर्ट देगा। लोन समझौते में सभी शुल्क, नीलामी प्रक्रिया और रिफंड की समय सीमा साफ तौर पर लिखी जाएगी।
- सभी दस्तावेज और जानकारी स्थानीय भाषा या ग्राहक की पसंदीदा भाषा में दी जाएगी।
- गिरवी रखी चांदी या सोना बैंक के सुरक्षित वॉल्ट में रखा जाएगा।
- साथ ही समय-समय पर ऑडिट और जांच की जाएगी।

