नई दिल्ली, 25 जनवरी। गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने के लिए इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो भारत पहुंच चुके हैं। गुरुवार की रात को वे नई दिल्ली पहुंचे। जहां एयरपोर्ट पर विदेश राज्य मंत्री पावित्रा मार्गेरिटा ने उनका स्वागत किया। प्रबोवो सुबियांतो गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि के तौर पर हिस्सा लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति हैं। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। पीएम मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो की मौजूदगी में दिल्ली के हैदराबाद हाउस में भारत और इंडोनेशिया के बीच समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान हुआ।
भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए सुबियांटो रविवार को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने इंडोनेशियाई राष्ट्रपति का स्वागत किया। उन्होंने कहा, भारत के पहले गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया मुख्य अतिथि देश था और यह हमारे लिए गर्व की बात है कि भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर इंडोनेशिया एक बार फिर इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा है। मैं भारत में राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो का स्वागत करता हूं। उन्होंने आगे कहा, 2018 में मेरी इंडोनेशिया यात्रा के दौरान हमने अपनी साझेदारी को व्यापक रणनीतिक साझेदारी के रूप में आगे बढ़ाया। आज राष्ट्रपति प्रबोवो के साथ आपसी सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक चर्चा हुई। रक्षा क्षेत्र में सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए हमने विनिर्माण और आपूर्ति में मिलकर काम करने का फैसला किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में शनिवार को भारत और इंडोनेशिया के बीच हस्ताक्षरित एक समझौते से अपराध की रोकथाम, खोज और बचाव तथा क्षमता निर्माण में सहयोग और मजबूत होगा।
बता दें कि भारत कई देशों को हथियार बेच रहा है। अब इस सूची में इंडोनेशिया भी शामिल है। इंडोनेशिया को हथियार आपूर्ति करते हुए भारत चीन को घेरने की कोशिश में है। भारत के ब्रह्मास्त्र कहे जाने वाले ब्रह्मोस मिसाइल को इंडोनेशिया खरीदने जा रहा है, दोनों देशों के बीच इस पर सौदा भी हो चुका है।