सदभाव व सामाजिक समरसता कायम करने व कांग्रेस का जनाधार वापस लाने हेतु राहुल गांधी द्वारा जो यात्रा की गई उसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को काफी बहुमत मिला और वो सबसे उच्च सदन में नेता विपक्ष बन गये। वर्तमान में कुछ प्रदेशों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को कोई विशेष बहुमत न मिल पाया हो मगर कांग्रेस के नेताओं का मनोबल कमजोर नहीं है और जिसका जहां प्रयास है वो वहीं पार्टी के पुराने समर्थक नेता व कार्यकर्ताओं को जोड़ने के साथ ही उन्हें सोनिया गांधी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जी सहित पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी के नेतृत्व में पार्टी को मजबूत बनाने का हर संभव प्रयास कर रहे है।
इस मामले में फिलहाल कांग्रेस के नेता मतदाता वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा पार्टी के कोऑर्डीनेटर उत्साही मनोज त्यागी को लेकर खूब चर्चा करते है और उनके प्रयासों को यह देखकर जरूर कहते सुनाई देते है कि अगर पार्टी के सभी नेता श्री त्यागी जैसा प्रयास शुरू कर दंे तो पूरी आस्था और विश्वास के साथ पार्टी का जनाधार बढ़ाने और पुरानों को जोड़ने के लिए मतदाताओं के बीच जाए तो कांग्रेस का जनाधार काफी मजबूत हो सकता है।
बताते चले कि वर्तमान समय में गांधी परिवार के प्रति समर्पित और कांग्रेस के प्रति आस्थावान मनोज त्यागी उत्तर प्रदेश में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए बहुत प्रयास करते नजर आ रहे है। देखा गया है कि जब भी पार्टी के कार्यों से उन्हें फुर्सत मिलती है वो पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित देश के तमाम जिलों का दौरा करते है। और पार्टी की नीतियों और भविष्य के कार्यों से बड़े ही पारिवारिक माहौल में लोगों को बताने के साथ ही यह अहसास कराने की कोशिश करते है कि राहुल गांधी जी ही वर्तमान में जन समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है। और क्योंकि श्री मनोज त्यागी की युवा और बुजुर्ग मतदाताओं में अपनी अच्छी पहचान और पकड़ है इसलिए आयोजित विवाह समारोह शुभकारज या अन्य अवसरों पर उनके परिचित उन्हें आमंत्रित करना नहीं भूलते और मनोज त्यागी भी आकर सबका हाल चाल पूछने और परिवार के सदस्यों के साथ बैठकर सुख दुख बांटने का कोई मौका नहीं छोड़ते है। आज कल सभी जानते है कि शुभ कारज व कोई प्रोग्राम चाहे गरीब के हो या अमीर के उनमें हर जाति और समुदाय के युवा और बुजुर्ग जुटते हैं और ज्यादातर क्योंकि जानकार होते है इसलिए मनोज त्यागी से मिलने और दुआ सलाम करने के साथ ही कोशिश करते है कि कुछ समय उनके साथ बिताए ऐसे में एक ही आयोजन में सैंकड़ो की तादाद में मौजूद मतदाताओं को वो कांग्रेस के प्रति आर्कषित करने का कोई मौका नहीं चूकते है। और वैसे भी पढ़े लिखे ज्ञानवान युवा मनोज त्यागी के व्यक्तित्व और उनके मुस्कुराते नैन और अपनेपन से भरा व्यवहार सभी का मन जीतने में सफल रहता हैं। पर्सनेलिटी शुरू से ही जानदार है इसलिए वो कहीं भी खड़े हो वो दूर से ही नजर आते है। और यह सब बातें कांग्रेस को लेकर चर्चा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कहने का आशय सिर्फ इतना है कि मनोज त्यागी अपनेपन से हर माहौल में उपस्थितों का मन जीतने और कांग्रेस के प्रति उनका रूझान बढ़ाने में सफल रहते है परिणाम क्या होगा यह तो भगवान ही जाने मगर जानकारों का कहना है कि कांग्रेस और उनके नेताओं तथा गांधी परिवार को सामाजिक रूप से मजबूती प्रदान करने में मनोज त्यागी का प्रयास सराहनीय है। कुछ लोगों का कहना है कि अपने समय के दंबग राजनेता और कांग्रेस पार्टी से राज्यसभा के सदस्य तथा जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रहे स्पष्ट वक्ता शांति त्यागी से उन्होंने राजनीति के काफी गुण सीखे और अपने मिलने वालों से सामाजिक समरसता और भाईचारा मजबूत करना सीखा जिससे वो हर उम्र के मतदाताओं को आर्कषित करने मंें पूर्ण रूप से उपयोग करते नजर आते है।
(प्रस्तुतिः- अंकित बिश्नोई सोशल मीडिया एसोसिएशन एसएमए के संस्थापक राष्ट्रीय महामंत्री व पत्रकार संपादक)
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