जयपुर 05 नवंबर। राजधानी जयपुर के पास स्थित कोटपूतली निवासी एक व्यक्ति जो सब्जी का ठेला लगाकर परिवार का गुजारा करता है। वह अब अपने दोस्त की दो बेटियों को 50-50 लाख रुपये देने वाला है। आप सोच रहे होंगे कि रेहड़ी (ठेला) लगाकर जीवन यापन करने वाला व्यक्ति भला 50-50 लाख रुपये यानी कुल 1 करोड़ रुपये कैसे देगा। दरअसल, रेहड़ी लगाने वाले अमित सेहरा की लॉटरी लगी है। पंजाब सरकार की ओर से आयोजित लॉटरी में अमित सेहरा ने ₹11 करोड़ जीते हैं। अब इस राशि में से वह अपने दोस्त की दो बेटियों को 50-50 लाख रुपये देने वाला है।
कोटपूतली निवासी अमित सेहरा ठेला लगाकर और गलियों में घूम कर सब्जियां बेचता है। दिवाली के अवसर वह अपने दोस्त के पास पंजाब घूमने गया था। दोस्त ने उसे लॉटरी के बारे में बताया को अमित ने कहा कि उसके पास लॉटरी खरीदने के लिए रुपये नहीं है। एक टिकट 500 रुपये का होता है और अमित के पास 500 रुपये नहीं थे। दोस्त द्वारा किस्मत आजमाने की बात कहने पर उसने अपने दोस्त से ही 1000 रुपये उधार लेकर लॉटरी के दो टिकट खरीदे। एक दिन पहले लॉटरी का परिणाम जारी हुआ जिसमें 11 करोड़ रुपये की लॉटरी अमित के नाम खुली। अमित के दूसरे टिकट पर भी 1000 रुपये का इनाम खुला है।
अमित सेहरा का कहना है कि जब उसने लोटरी के लिए दो टिकट खरीदे तो उसके पास रुपये नहीं थे। ऐसे में उसने अपने दोस्त मुकेश से 1000 रुपये उधार लिए। रुपये उधार लेते वक्त अमित ने कहा था कि अगर उसकी लॉटरी निकलती है तो वह जीती गई राशि में से 1 करोड़ रुपये वापस देगा। अमित की किस्मत अच्छी निकली और 11 करोड़ रुपये की लॉटरी अमित के नाम पर खुल गई। ऐसे में अब अमित को 11 करोड़ रुपये मिलने वाले हैं। लोटरी खुलने के बाद अमित ने कहा कि उसने अपने दोस्त मुकेश से जो वादा किया। उसे निभाएगा। मुकेश की दोनों बेटियों को वह अपनी बेटियों के समान मानता है। ऐसे में दोस्त की दोनों बेटियों को 50-50 लाख रुपये देगा।
अमित का कहना है कि उसके दोस्त के ताऊ जी पंजाब के मोगा में रहते हैं। दिवाली के दिनों में पहली बार उनके पास घूमने आया था। वहां मुकेश ने लॉटरी के बारे में बताया। मना करने के बाद भी मुकेश ने समझाया और कहा कि कुछ ना कुछ इनाम तो मिलेगा ही। ऐसे में टिकट खरीद लो। बाद में मुकेश से ही रुपये उधार लेकर लॉटरी के दो टिकट खरीदे। टिकट खरीदने के बाद वह वापस कोटपूतली (जयपुर) गया। जब फाइनल लोटरी खुली को 11 करोड़ की लॉटरी अमित के नाम निकली।
मंगलवार 4 नवंबर को मुकेश अपनी पत्नी, बच्चों और कुछ रिश्तेदारों के साथ किराए की गाड़ी लेकर चंडीगढ़ स्थित पंजाब स्टेट लॉटरी ऑफिस पहुंचा और लॉटरी की राशि लेने के लिए क्लेम किया। वहां मीडिया से बात करते हुए अमित ने कहा कि लॉटरी खुलने के दो दिन बाद तक उसे पता ही नहीं चला कि उसके नाम लॉटरी खुली है क्योंकि उसका मोबाइल खराब हो गया था। ऐसे में उसके पास कोई मैसेज नहीं पहुंचा। दोस्त मुकेश के जरिए ही उसे लॉटरी में 11 करोड़ रुपये जीतने की जानकारी मिली। अमित बताते हैं कि उसके पास चंडीगढ़ आने का किराया नहीं था। ऐसे में कुछ लोगों से रुपये उधार लेकर गाड़ी किराए की और परिवार सहित चंडीगढ़ पहुंचा।

