कुशीनगर 11 अक्टूबर। कुशीनगर में एक 70 साल के बुजुर्ग 110 फीट ऊंचे मोबाइल टॉवर पर चढ़ गए। 15 घंटे से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी बुजुर्ग नीचे नहीं उतर रहे। उन्हें उतारने के लिए क्रेन भी मंगवाई गई है लेकिन वह नीचे कूदने की धमकी दे रहे हैं।
बुजुर्ग ने बताया- वह शुक्रवार को जमीन की पैमाइश के लिए एसडीएम से मिलने गए थे। लेकिन उन्होंने डांट-फटकार कर भगा दिया। छह साल से वह अधिकारियों के यहां चक्कर काट रहे। उनके पास अब कोई रास्ता नहीं बचा है।
बुजुर्ग को नीचे उतारने के लिए परिवार के लोग भी मान-मनौव्वल कर रहे हैं। लेकिन वह पैमाइश होने तक नीचे उतरने को तैयार नहीं हैं। मामला जिला मुख्यालय से 55 किमी दूर स्थित तमकुहीराज तहसील के बलुआ तकियां गांव का है। तहसीलदार ने बताया कि बुजुर्ग की जमीन की पैमाइश कराई जा रही है।
पटरेहवां थाना क्ष्रेत्र के बलुआं तकियां गांव के रहने वाले हरेंद्र राय (70) तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। तीनों भाइयों के पास कुल मिलाकर 4 डिसमिल जमीन थी। इस जमीन को लेकर बीते 25 साल से कोर्ट में केस चल रहा है।
करीब डेढ़ दशक पहले बड़े भाई राजेंद्र राय ने अपनी जमीन को दोनों भाइयों के लिए अपना हिस्सा छोड़ दिया। आरोप है कि मंझले भाई कौशल राय ने इस जमीन के अपने हिस्से पर एक आलीशान मकान बनवा लिया। जब हरेंद्र अपना मकान बनाने लगे तो कौशल ने आपत्ति जताते हुए कोर्ट से स्टे ऑर्डर ले लिया।
इससे परेशान हरेंद्र लगातार अधिकारियों का चक्कर लगा रहे हैं। उनका कहना है कि वह 50 से अधिक बार तहसील दिवस पर अपनी फरियाद लेकर जा चुके हैं। अनगिनत बार एसडीएम ऑफिस जा चुके हैं। हरेंद्र अब तक 6 बार मुख्यमंत्री दरबार में भी शिकायत लेकर पहुंच चुके हैं।
4 दिन पहले वे शिकायत लेकर एसडीएम तमकुहीराज आकांक्षा मिश्रा के कार्यालय गए थे। एसडीएम ने मामले को कानूनगो को ट्रांसफर कर दिया। हरेंद्र कानूनगो के पास पहुंचे तो उन्होंने शिकायत पत्र को जमीन पर फेंक दिया और कहा- तुम्हारा काम तो नहीं करूंगा, चाहे जहां जाकर शिकायत कर दो मेरी।
शुक्रवार को सुबह 11 बजे हरेंद्र फिर से एसडीएम कार्यालय पहुंचे और कानूनगो के व्यवहार की शिकायत की। एसडीएम कानूनगो से पूछताछ करने के बाद बुजुर्ग हरेंद्र पर ही बरस पड़ीं। उन्होंने कहा- हर दिन एक ही शिकायत लेकर चले आते हो, जाओ यहां से।
परिवार के लोग बताते हैं कि एसडीएम के व्यवहार से बुजुर्ग आहत थे। शुक्रवार रात 8 बजे हरेंद्र घर से 300 मीटर दूर स्थित 110 फीट ऊंचे मोबाइल टॉवर पर चढ़ गए। सुबह 6 बजे राहगीरों ने हरेंद्र को टॉवर पर बैठे देखा। मौके पर काफी भीड़ जुट गई। परिवार के लोग भी पहुंचे।
पुलिस को सूचना दी। इसके बाद सुबह 8 बजे तहसीलदार सुनील कुमार, नायब तहसीलदार कुंदन वर्मा और एसओ विनय मिश्रा पुलिस बल के साथ पहुंचे। फायर विभाग की गाड़ी भी पहुंची। तुरंत टॉवर की बिजली कटवाई गई। बुजुर्ग को टॉवर पर चढ़े 15 घंटे से अधिक समय बीत चुके हैं। वह नीचे उतरने को तैयार नहीं हैं। हरेंद्र का कहना है- जब तक मेरा मामला नहीं सुलझेगा, मैं नीचे नहीं उतरूंगा।
परिजनों ने बताया कि हरेंद्र की 3 बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। मंझली बेटी और छोटी बेटी अभी कुंवारी हैं। पत्नी बीमार रहती हैं। इकलौते बेटे को डर के मारे हरेंद्र अपने साथ नहीं रखते।