काबुल 01 सितंबर। अफगानिस्तान में रविवार और सोमवार की दरमियानी रात में तेज भूकंप आया है। 12 बजकर 47 मिनट पर आए इस भूकंप की रिक्टर पैमाने पर तीव्रता 6.3 मापी गई है। अफगानिस्तान के साथ-साथ पाकिस्तान के कई हिस्सों में भी तेज झटके महसूस किए गए हैं। भूकंप से बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है। शक्तिशाली भूकंप में लगभग 800 लोगों की मौत हो गई। अब तक 2,500 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, रात 12:47 बजे आए भूकंप का केंद्र नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर से 27 किलोमीटर पूर्व-उत्तर-पूर्व में था। इसकी गहराई महज 8 किलोमीटर थी। कम तीव्रता वाले भूकंप ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं। इसके बाद भी इलाके में कई झटके आए।
सोशल मीडिया और समाचार चैनलों पर प्रसारित वीडियो फुटेज में बचावकर्मी घायल लोगों को ढही हुई इमारतों से स्ट्रेचर पर उठाकर हेलीकॉप्टरों में ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि कई लोग अपने हाथों से मलबा हटाने की कोशिश कर रहे हैं। तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मृतकों की संख्या बढ़कर 800 हो गई है। 2,500 लोग घायल हुए हैं। ज्यादातर लोग कुनार प्रांत में हताहत हुए हैं।
कुनार के सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक नूरगल जिले के एक निवासी ने बताया कि लगभग पूरा गांव ही तबाह हो गया है।
पूर्वी अफगानिस्तान पहाड़ी इलाका है। यह दूरदराज के इलाकों में फैला है। भूकंप के कारण संचार व्यवस्था बिगड़ गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत जमान ने बताया कि बचाव अभियान जारी है। कुनार, नंगरहार और राजधानी काबुल से चिकित्सा दल इलाके में पहुंच गए हैं। जमान ने कहा कि कई इलाकों से हताहतों की संख्या की सूचना नहीं मिल पाई है। मौतों और घायलों की सूचना मिलने पर संख्या में बढ़ोतरी की आशंका है। तालिबान सरकार के मुख्य प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, ‘जान बचाने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल किया जाएगा।’