बिजनौर 02 अगस्त। जफर अस्पताल में प्रसव के दौरान महिला व गर्भस्थ शिशु की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने अस्पताल संचालक को गिरफ्तार कर लिया। स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को भी सील कर दिया। अस्पताल का पंजीकरण जिस चिकित्सक के नाम पर है, वह यहां काम नहीं करते हैं। इस शिकायत पर विभाग ने बुधवार को ही अस्पताल के आपरेशन थियेटर को सील किया था।
थाना नगीना देहात के कोट कादर गांव निवासी वसील की पत्नी शाइस्ता लगभग नौ महीने की गर्भवती थी और अपने मायके कोतवाली देहात क्षेत्र के गांव पित्तानेहडी जियां आई हुई थी। गुरुवार सुबह नौ बजे प्रसव पीड़ा होने पर उसे कोतवाली देहात कस्बे में नजीबाबाद मार्ग पर स्थित जफर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्वजन का आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही से शाइस्ता ने प्रसव से पहले ही दम तोड़ दिया। उसके गर्भस्थ शिशु की भी मौत हो गई। इससे नाराज स्वजन ने अस्पताल में हंगामा किया। पुलिस ने किसी तरह मामला शांत किया। स्वजन के आरोप पर पुलिस ने अस्पताल संचालक डा. महफूज को हिरासत में ले लिया। स्वास्थ्य विभाग के नगीना क्षेत्र के नोडल अधिकारी डा. प्रमोद देशवाल ने जफर अस्पताल को सील कर दिया।
इस दौरान चर्चा यह भी रही कि एक दिन पूर्व भी अस्पताल में गांव भनेडा की एक महिला की प्रसव के बाद मौत हो गई थी। कोतवाली देहात प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मृतक महिला के स्वजन ने इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी है। स्वास्थ्य विभाग की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर संचालक डा. महफूज को गिरफ्तार किया गया है।
डा. सुभाष चंद्र मिश्रा के नाम रजिस्ट्रेशनः नोडल अधिकारी डा. प्रमोद देशवाल ने बताया कि बुधवार रात्रि जफर अस्पताल के आपरेशन थियेटर को सील किया गया था । जफर अस्पताल का सीएमओ कार्यालय में रजिस्ट्रेशन डा. सुभाष चंद्र मिश्रा के नाम से है, लेकिन उनके यहां काम न करने की शिकायतें मिल रही थीं। बुधवार और गुरुवार दोनों दिन सुभाष चंद्र मिश्रा उपस्थित नहीं मिले। उनके स्थान पर डा. महफूज अस्पताल संचालित कर रहे थे। छह माह पूर्व भी अस्पताल के आपरेशन थियेटर को सील किया गया था। जिसे बाद में खेल दिया गया था ।
स्वास्थ्य विभाग ने दर्ज कराया मुकदमा : नोडल अधिकारी डा. प्रमोद कुमार ने घटना के बाद थाना कोतवाली देहात में तहरीर देकर बताया कि अस्पताल में यूनानी चिकित्सक डा. महफूज (बीयूएमएस) अवैध रूप से मरीजों का आपरेशन कर रहे थे।