कैथल, 27 अक्टूबर। अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे हरियाणा के 35 युवकों को डिपोर्ट कर भारत भेजा गया है। यह सभी एक विशेष विमान से शनिवार देर रात दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे थे। वापस लौटे युवकों ने दावा किया है कि उनमें से ज्यादातर को विमान में हथकड़ी लगाई गई थी।
वापस भेजे गए लोगों में 16 करनाल, 14 कैथल और पांच कुरुक्षेत्र के हैं। स्थानीय अधिकारियों ने पूछताछ के बाद सभी को उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया। पुलिस ने बताया कि यह सभी डंकी रूट से अमेरिका गए थे और ज्यादातर की उम्र 25 से 40 वर्ष के बीच है। कैथल के डीएसपी ने कहा कि पुलिस को अभी तक किसी एजेंट के खिलाफ औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।
निर्वासितों में शामिल नरेश कुमार ने बताया कि अमेरिका में प्रवेश करने के लिए उन्हें डंकी रूट से दो महीने लगे और भारत भेजे जाने से पहले 14 महीने जेल में रखा गया। इससे पहले भी हरियाणा, पंजाब समेत कई राज्यों के युवकों को अमेरिका से डिपोर्ट किया गया था।
ज़मीन बेचकर गए थे अमेरिका
उन्होंने ज़मीन बेचकर, पैसे उधार लेकर और बचत करके बेहतर अवसरों की तलाश में अमेरिका में प्रवास करने के लिए काफी पैसा लगाया था. लेकिन ट्रंप सरकार के आने के बाद ऐसे सभी रूटों को बंद कर दिया गया है, जिनसे अमेरिका में अवैध घुसपैठ होती थी. इस साल की शुरुआत में, अमेरिकी अधिकारियों ने पंजाब, हरियाणा और गुजरात से कई युवाओं को निर्वासित किया था.
ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट नीति
इस साल जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के बाद, देश की कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. ट्रंप ने चुनावों के दौरान अमेरिका की जॉब्स पहले अमेरिकी नागरिकों को देने का वादा किया था. ट्रंप समर्थकों का मानना है कि अवैध तरीके से आए प्रवासी अमेरिकियों की नौकरियां छीन रहे हैं.

